सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित

By: Oct 17th, 2019 12:07 am

सुप्रीम कोर्ट में 40 दिनों तक चला दलीलों का दौर, महीने के अंदर फैसले की उम्मीद

नई दिल्ली – अयोध्या के ऐतिहासिक जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई पूरी हो गई है। सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संवैधानिक बैंच ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। सीजेआई अगले महीने 17 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि उससे पहले इस ऐतिहासिक मामले में फैसला आ सकता है। सीजेआई ने बुधवार सुबह ही स्पष्ट कर दिया था कि शाम पांच बजे तक सुनवाई पूरी हो जाएगी, हालांकि इससे एक घंटे पहले ही शाम चार बजे सुनवाई पूरी हो गई। सीजेआई की अध्यक्षता वाली संवैधानिक बैंच ने संबंधित पक्षों को मोल्डिंग ऑफ  रिलीफ पर लिखित नोट रखने के लिए तीन दिन का अतिरिक्त समय दिया है। दरअसल मोल्डिंग ऑफ  रिलीफ  में दोनों पक्षों की ओर से अपील के दौरान जो गुहार लगाई गई है, उस गुहार से आगे-पीछे कुछ गुंजाइश बनती है क्या, इस संभावना को देखा जाता है। संवैधानिक बैंच में सीजेआई रंजन गोगोई के अलावा जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एसए नजीर शामिल हैं। अयोध्या मामले में नियमित सुनवाई तय होने के बाद 40 दिनों तक हिंदू और मुस्लिम पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें रखीं। बुधवार को सुनवाई के 40वें और आखिरी दिन मुस्लिम पक्ष के वकील ने हिंदू पक्ष की तरफ से जमा किए एक नक्शे को फाड़ दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के वकीलों में तीखी नोकझोंक भी हुई। इस पर सीजेआई गोगोई ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मामले में शामिल एक पक्ष एक ऐसा माहौल पैदा कर रहा है, जो सुनवाई के अनुकूल नहीं है। हम सुनवाई को इस तरह से जारी नहीं रख सकते। लोग खड़े हो रहे हैं और बिना बारी के बोल रहे हैं। हम भी अभी खड़े हो सकते हैं और मामले की कार्यवाही को खत्म कर सकते हैं। गौर हो कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 30 सितंबर, 2010 को विवादित 2.77 एकड़ जमीन को सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला विराजमान के बीच बराबर-बराबर बांटने का आदेश दिया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले के खिलाफ 14 याचिकाएं दायर की गई थीं। शीर्ष अदालत ने मई 2011 में हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाने के साथ विवादित स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। अब इन 14 अपीलों पर सुनवाई पूरी हो गई है और कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। अयोध्या मामले की सुनवाई 40 दिन चली है, जो न्यायिक इतिहास में दूसरी सबसे लंबी सुनवाई है।

अयोध्या छावनी में तबदील, छुट्टियां रद्द

लखनऊ – उत्तर प्रदेश की सरकार ने अयोध्या विवाद के निर्णय आने को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने फील्ड में तैनात सभी पुलिस और प्रशासन के अफसरों की छुट्टियां 30 नवंबर तक रद्द करने का आदेश जारी कर दिया। आदेश के मुताबिक, अधिकारियों को अपने मुख्यालय पर ही बने रहने का निर्देश दिया गया है। दीपावली और अयोध्या पर निर्णय से पहले सरकार सुरक्षा की तैयारी कर रही है।

राजीव धवन ने नक्शा, दस्तावेज फाड़े सीजेआई बोले, हम कार्यवाही रोक देंगे

नई दिल्ली – उच्चतम न्यायालय में अयोध्या विवाद की सुनवाई के दौरान पल-पल बदलते घटनाक्रम के बीच मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने बुधवार को नक्शा और दस्तावेज फाड़ डाले। दरअसल ऑल इंडिया हिंदू महासभा के वकील विकास कुमार सिंह ने कुणाल किशोर की पुस्तक ‘अयोध्या रीविजिटेड’ पेश की। श्री धवन ने इस पर आपत्ति जताई और न्यायालय से आग्रह किया कि यह पुस्तक हाल ही में लिखी गई है और इसे साक्ष्य के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। श्री सिंह ने फिर एक नक्शे का हवाला दिया और इसे तय नियमों के तहत मुस्लिम पक्ष के वकील को भी सौंपा। श्री धवन ने उस नक्शे को फाड़ दिया। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि कुछ और भी फाड़ दीजिए। इस पर श्री धवन ने और भी दस्तावेज फाड़ दिए। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि यदि ऐसे ही चलता रहा तो हम उठकर चले जाएंगे।


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