स्मार्ट शहर में रेडक्रॉस का शौचालय गंदगी से लबालब

वर्षों से नहीं सुध, बदबू से अस्पताल में मरीजों को झेलनी पड़ रहीं दिक्कतें

धर्मशाला –स्मार्ट शहर धर्मशाला का रेडक्रॉस भवन में बनाया गया सार्वजनिक शौचालय  खस्ताहाल में पहुंच गया है,  लेकिन वर्षों से टायलट की सुध लेने वाला कोई भी नहीं है। इसके कारण बदबू से आयुर्वेदिक अस्पताल, लैब व मेडिकल स्टोर सहित वहां पहुंचने वाले लोगों को बड़ी आफत झेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। रेडक्रॉस धर्मशाला ने शौचालय को बंद तो कर दिया है, लेकिन उसे पूरी तरह से बंद नहीं किया गया है, जिसके कारण आसपास और बाहरी लोग टायलट के लिए भी इस्तेमाल कर रहे हैं।  क्षेत्रीय अस्पताल के ठीक सामने आयुर्वेदिक अस्पताल के कैंपस में रेडक्रॉस का सार्वजनिक शौचालय कई वर्ष पूर्व बनाया गया था, लेकिन अब शौचालय के नाम पर वहां पर मात्र लोगों की गंदगी ही देखने को मिलती है। पूरा शौचालय खंडहर में तबदील हो गया है,  लेकिन अब भी लोग वहां पर टायलट करने के लिए पहुंच जाते हैं, जिसके कारण अस्पताल के समस्त कैंपस में गंदी बदबू ने घर कर लिया है। अति दयनीय हालत से जूझ रहे शौचालय के कारण आयुर्वेदिक अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों और लोगों को भी परेशानियां झेलनी पड़ रही है।  हैरत की बात है कि रेडक्रॉस को भी इस शौचालय की दशा की कोई जानकारी नहीं है। इतने वर्षों से खस्ता हाल होने के कारण अब लोगों को भी समस्याएं सताने लगी है।  अब सरकार, प्रशासन और रेडक्रॉस की कार्यप्रणाली पर भी बड़े सवाल उठते हैं। एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकारें खुला शौचमुक्त करने की बात कर रही है, दूसरी तरफ बने हुए शौचालयों को बेक्रदी करके अति दयनीय हालत कर दी गई है। उधर, रेडक्रॉस सोसायटी धर्मशाला के सचिव ओपी शर्मा ने बताया कि शौचालय को काफी समय पहले बंद कर दिया गया है, लेकिन लोग अब भी उसमें जा रहे हैं, ऐसी सूचना उन्हें भी मिली है। अब शौचालय में चारदीवारी लगाकर पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।