हरियां में इलाज के लिए पालकी में सफर

By: Oct 18th, 2019 12:20 am

 जवाली-देश को आजाद हुए भले ही 62 साल बीत गए हैं, लेकिन आज भी विधानसभा क्षेत्र जवाली के कई गांव गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत आंबल के हरियां में देखने को मिलता है। हरियां के लोग आज भी पक्की सड़क सुविधा से महरूम हैं।हरियां-चनियाला मार्ग को पक्का करना विभाग भूल गया है। कुछ हिस्सा पक्का करने के बाद बाकी भाग को पक्का करना विभाग भुला बैठा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर कोई बीमार हो जाए, तो उसको पालकी में उठाकर मुख्य मार्ग तक ले जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि चुनावों के समय रैलियों में प्रतिनिधि जमकर कहते हैं कि आप हमें वोट दो तथा जीत मिलते ही आपकी इस सड़क की तकदीर बदल देंगे, लेकिन जीत हासिल करने उपरांत कोई भी इस मार्ग की सुध नहीं लेता है। गांववासी बहादुर सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी को डायलिसिस के लिए हफ्ते में दो बार शहर के अस्पताल जाना पड़ता है, लेकिन सड़क न होने के कारण उन्हें पालकी में ले जाना पड़ता है। गांववासियों ने कहा कि आज भी पैदल ही सफर करना पड़ता है। गांववासियों राजेंद्र सिंह, पूर्ण चंद, मनमोहन सिंह, मनोज कुमार, धर्म चंद, प्रेम राज, बहादुर सिंह, देस राज व उत्तम सिंह ने कहा कि वे पिछड़ कर रह गए हैं तथा गुलामी भरी जिंदगी जी रहे हैं। जनता ने कहा कि राजनेताओं ने आजतक उनको वोट के लिए ही प्रयोग किया है, लेकिन अब जनता किसी के बहकावे में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि उसी को वोट मिलेगा, जो पक्का मार्ग दिलवाएगा अन्यथा विस चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। ग्राम पंचायत प्रधान मेहर सिंह ने बताया कि अभी यह सड़क लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत पूर्ण रूप से नहीं है, पर इसकी रिपेयर लोक निर्माण विभाग करता है। यह सड़क चनियाला और हरियां को जोड़ती है। इसके बनने से जवाली अस्पताल आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस बारे में लोक निर्माण विभाग जवाली के एक्सईएन जगतार सिंह ने कहा कि मार्ग का कुछ हिस्सा वन विभाग के अधीन आता है तथा क्लीयरेंस मिलते ही मार्ग को पक्का किया जाएगा।


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