15 साल बाद दबोचा भगोड़ा

पांवटा के राजपुर मंे 2004 में गन प्वाइंट पर बैंक में डकैती को दिया था अंजाम

पांवटा साहिब – कानून के हाथ वाकई काफी लंबे होते हैं। तभी तो वर्ष 2004 में पांवटा के राजपुर मंे एक बैंक मंे गन प्वाइंट की नोंक पर बैंक में डकैती का आरोपी आखिरकार 15 वर्ष बाद पुलिस के पीओ सैल के हत्थे चढ़ ही गया। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2004 में राजपुर में एक बैंक डकैती के कथित मृत आरोपी को पीओ सैल ने गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश किया, जिसका मुकद्दमा नाहन की सेशन कोर्ट में चल रहा था। उस समय बचाव पक्ष के वकील ने कई दस्तावेज पेश करते हुए इस डकैत को मरा हुआ बता दिया था और व्यक्ति डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद अपना घर बार बेचकर व अपनी पत्नी को तीन तलाक बोलकर भूमिगत हो गया था। इस दौरान सरकार की ओर से हाईकोर्ट में इस डकैती को लेकर अपील दायर की गई। आरोपी युवक हाईकोर्ट पहुंचा ही नहीं और अदालत ने इस अपराधी को भगौड़ा घोषित कर दिया, किंतु जैसे ही सिरमौर पुलिस को उनके आला अधिकारियों का इस मामले का टास्क मिला तो उसी दिन से पुलिस के पीओ सैल ने मामले की तह तक जाना शुरू कर दिया। करीब एक सप्ताह का समय लगाया और लिंक भिड़ाते हुए बेहट पहुंच गए। वहां जाकर पता चला कि आरोपी वहां से मकान बेचकर भाग चुका है। उसने अपनी पत्नी को तीन तलाक देकर छोड़ भी दिया है। वहां से यह तो कन्फर्म हो गया कि आरोपी जिंदा है। अदालत में उसके बचाव पक्ष के वकील ने झूठे दस्तावेज पेश किए और प्रधान आदि ने भी अदालत को भ्रमित किया। सात दिन तक लगातार बेहट में डटे रहने के बाद पीओ सैल को आखिरकार सफलता मिल गई और उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया। उधर, इस बारे एसपी सिरमौर अजय कृष्ण ने बताया कि जिला सिरमौर के पीओ सैल ने डकैती के मामले में भगौड़ा घोषित एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।