अगले साल गोबिंदसागर में जलक्रीड़ा की तैयारी

बिलासपुर – देश में बिलासपुर एकमात्र जिला है जहां पर जल, थल और वायु तीनों खेलें संभव हैं फिश एंग्लिंग, क्रिकेट प्रतियोगिताएं और पैराग्लाइडिंग तीनों खेलों के सफल आयोजन करवाकर जिला बिलासपुर ने राष्ट्र स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यह बात विधायक सुभाष ठाकुर ने बिलासपुर के बंधला धार में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की पैराग्लाइडिंग एक्यू व एक्युरेसी प्रतियोगिता के लुहणू में आयोजित समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जिला में खेलों के क्षेत्र में और अधिक विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिला में पर्यटन की नई गतिविधियों को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए रोजगार के लिए नए अवसर पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा, ताकि दूर-दूर से पर्यटक बंदलाधार और झील के सौंर्दय को निहारने के लिए जिला का रूख करें। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष गोबिंदसागर झील में जल क्रीड़ाओं को आयोजित करवाने की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि नए वाटर वोट और स्टीमर उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, खेल मंत्री, जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग का धन्यवाद करते हुए कहा कि इनके बहुमूल्य सहयोग से ही राष्ट्र स्तर की पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का जिला में सफल आयोजन किया गया। उन्होंने स्थानीय जनता तथा जिला टैक्सी यूनियन का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक माह पूर्व ही पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता को आयोजित करवाने के लिए तकनीकी अनुमोदन प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के दौरान पैराग्लाइडिंग एशोसिएशन तथा पायलटों द्वारा पूरे नियमों का पालन सुनिश्चित किया गया। उन्होंने पैराग्लाइडरों से आह्वान किया कि पैराग्लाइडिंग एक साहसिक और रोमांचक खेल है। पैराग्लाइडिंग करते समय पूर्ण रूप से तैयारी करें और इसके नियम और कानून की पूरी-पूरी जानकरी रखें, ताकि सुरक्षित पैराग्लाइडिंग करने में मदद मिल सके। इस अवसर पर एशोसिएशन के महासचिव अतुल खजूरिया ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा सचिव मनोज शर्मा ने तीन दिवसीय पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता की विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध करवाईं। पूर्व महामंत्री स्वतंत्र सांख्यान तथा पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आशीष ढिल्लों ने भी संबोधित किया। बिलासपुर में आयोजित इंडियन एक्रो एंड एकुरेसी चैंपियनशिप में हिमाचल समेत देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही नेपालए टर्की व आस्ट्रेलिया के कुल 57 पैराग्लाइडिंग पायलटों ने जौहर दिखाए। तीन दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान उन्होंने बंदला टेक ऑफ  प्वाइंट से पांच सौ से अधिक उड़ानें भरकर हवा में हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए लोगों का मनोरंजन किया। वहीं, पंजाब के मुक्तसर से आए सुखचरण सिंह बराड़ ने पावर पैराग्लाइडर के माध्यम से लुहणू मैदान से उड़ानें भरते हुए शहर के ऊपर हवा में सैर की। इसके अलावा इकलौती महिला पायलट के रूप में गुजरात की सुरभि ने भी परिंदों की तरह उड़ान भरी। प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय स्तर के पैराग्लाइडिंग पायलटों महाराष्ट्र के तानाजी ताकवे तथा नेपाल के एलिस थापा व सुभाष थापा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। उन्होंने हर प्रतिभागी के टेक ऑफ  से लेकर एक्रो एक्टिविटी और एकुरेसी स्किल को बारीकी से परखा। एकुरेसी स्पर्धा में नेपाल के पैराग्लाइडिंग पायलटों का बोलबाला रहा। पहले तीनों स्थान नेपाल को मिले। विशाल थापा पहले, युवराज सनावर दूसरे और विजय गौतम तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ क्रमशः 60 हजार, 40 हजार व 25 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया। वहीं, एक्रो स्पर्धा में भी नेपाल के अमन थापा पहले स्थान पर रहे। इस स्पर्धा में हिमाचल के विक्की ठाकुर दूसरे, हिमाचल के ही ऋषिराज तीसरे, सिक्किम के सेन सुकरा बहादुर चौथे व हिमाचल के युद्धवीर ठाकुर पांचवें स्थान पर रहे। उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ 60 हजार, 50 हजार, 35 हजार, 20 हजार व 15 हजार रुपए का पुरस्कार मिला। इस मौके पर एसडीएम रामेश्वर, चीफ  इंजीनियर लोक निर्माण जेएस गुलेरिया, एसई लोक निर्माण अजय गुप्ता, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी श्याम लाल कौंडल, हिमाचल प्रदेश पैराग्लाइडिंग एशोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद सरीन, उपाध्यक्ष विशाल जस्सल, महामंत्री प्यारे लाल, संतोष भारद्वाज, कृष्ण लाल उपाध्याय के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।