अनुराग ठाकुर बने धर्म पालक

सोलन – केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमगिरी कल्याण आश्रम जनजातीय एवं पिछड़े क्षेत्रों के जरूरतमंद छात्रों को शिक्षा प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है। अनुराग सिंह ठाकुर रविवार को सोलन जिला के शिल्ली स्थित हिमगिरि कल्याण आश्रम में आयोजित जनजातीय गौरव एवं वार्षिक उत्सव को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि ऐसे पुनीत कार्यों के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने आश्रम के पांच छात्रों का आश्रम के नियमों के अनुरूप धर्मपालक बनने की घोषणा की। धर्मपालक के रूप में वे प्रति बच्चा प्रति वर्ष 11,000 रुपए की दर से खर्च वहन करेंगे। उन्होंने सोलन में आश्रम के भवन निर्माण कार्य के लिए अपनी एच्छिक निधि से पांच लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि वे प्रतिवर्ष आश्रम में अपनी ओर से कुछ पुस्तकें भी भेंट करेंगे।  कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बोन बौद्ध धर्म गुरु डा. थुपतन नेगी रिंपोछे ने कहा कि हिमाचल में जनजातीय क्षेत्रों के लोग विकास के सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्व की 427 जनजातियां भारत में हैं। उन्होंने कहा कि समाज के सर्वांगीण विकास के लिए सभी वर्गों का समग्र कल्याण आवश्यक है। इस अवसर पर भारतीय एवं हिमाचली संस्कृति पर आधरित मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। डा. राजेश्वर चंदेल ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1985 में डा. राजीव बिंदल ने इस आश्रम की स्थापना की थी।