आनंदपुर में पढ़ाया कानून का पाठ

विधिक साक्षरता शिविर के दौरान लोगों को किया जागरुक

शिमला –उप मंडल विधिक सेवा समिति के सौजन्य से विधिक साक्षरता कार्यशाला का आयोजन रविवार को ग्राम पंचायत आन्नदपुर में किया गया। इस विधिक साक्षरता कार्यशाला का शुभारंभ अध्यक्षए उप मंडल विधिक सेवा समिति शिमला एवं मुख्य न्यायदंडाधिकारी  डा. परविंद्र अरोड़ा ने किया। डा. परविंद्र अरोड़ा ने अपने संबोधन में पंचायत, आंगनबाड़ी जनप्रतिनिधिों, महिला मंडलों के सदस्यों से अपील की कि वह इस शिविर में घरेलू हिंसा, मोटर वाहन एक्ट तथा अन्य कानून संबंधी जानकारी को अपने क्षेत्रों के लोगों को प्रदान कर भारतीय लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाएं। उन्होने बताया कि पंचायतों के माध्यम से भी लोग अपनी शिकायत पुलिस में दर्ज करवा सकते है । यदि कोई व्यक्ति न्यायालय में किसी के विरूद्व शिकायत करना चाहता है और वह फीस अदा नहीं कर सकता है तो उन्हे सरकार द्वारा इस कार्य के लिए वकील उपलब्ध करवाया जाता है जिसकी उन्हे कोई फीस नही देनी पड़ेगी। इस अवसर पर अधिवक्ता हितेश कौंडल तथा अनिता कंवर ने कानून संबंधित वभिन्न अन्य जानकारी उपलब्ध करवाई। अनिता कंवर ने कहा कि न्यायपालिका का मुख्य कार्य निर्धन एवं शोषित वर्गो को न्याय दिलाना और मुख्य धारा में शामिल करना है ताकि समावेशी समाज का निर्माण संभव हो सके। घरेलू हिंसा तथा मोटर वाहन एक्ट सम्बन्धी जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि हमारे देश में साक्षरता दर 67 प्रतिशत है, परंतु बहुत से लोग अभी भी उन पर हो रहे अत्याचारों के प्रति जागरूक नहीं है।  हितेश कौंडल ने भी उपस्थित लोगों को उपभोगता अधिनियम के तहत विभिनन शिकायतों से निपटने तथा सूचना का अधिकार संबंधी जानकारी सांझा की। प्रधान ग्राम पंचायत आन्नदपु मोहिंद्र ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा विधिक साक्षरता प्राधिकरण द्वारा आयोजित गतिविधियों व जागरूकता शिविरों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने मुख्य अतिथि का उनकी पंचायत में इस कार्यक्रम को आयोजित करवाने पर आभार व्यक्त किया ।