इंडस्ट्री की सेहत खराब
दूसरे महीने गिरा औद्योगिक उत्पादन, सितंबर में 4.3 फीसदी धीमी हुई प्रोडक्शन
नई दिल्ली – देश के औद्योगिक उत्पादन में सितंबर में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 4.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। सितंबर, 2018 में उद्योग के विकास की रफ्तार 4.6 फीसदी थी। बाजार को औद्योगिक उत्पादन में गिरावट की पहले से ही आशंका थी, क्योंकि सितंबर में प्रमुख आठ उद्योगों (कोर सेक्टर) के उत्पादन में 5.2 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में शामिल वस्तुओं में कोर सेक्टर का 40.27 फीसदी योगदान होता है। औद्योगिक उत्पादन में लगातार दूसरे महीने गिरावट दर्ज की गई। 26 महीने के बाद अगस्त में औद्योगिक उत्पादन 1.1 फीसदी घटा था। अप्रैल से सितंबर तक यानी चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में औद्योगिक विकास दर 1.3 फीसदी रही। औद्योगिक उत्पादन में 77 फीसदी से अधिक योगदान करने वाले मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में गत महीने उत्पादन 3.9 फीसदी घट गया। पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र का उत्पादन 4.8 फीसदी बढ़ा था। अप्रैल-सितंबर छमाही में इस क्षेत्र का उत्पादन महज एक फीसदी बढ़ा। पिछले साल की समान अवधि में इस क्षेत्र की विकास दर पांच फीसदी थी। खनन क्षेत्र का उत्पादन आलोच्य अवधि में 8.5 फीसदी घट गया। एक साल पहले की समान अवधि में खनन क्षेत्र की विकास दर 0.1 फीसदी थी। अप्रैल-सितंबर छमाही में खनन उत्पादन महज एक फीसदी बढ़ा। एक साल पहले की समान छमाही में इस क्षेत्र की विकास दर 3.2 फीसदी थी।
बिजली क्षेत्र का उत्पादन 2.6 फीसदी गिरा
बिजली क्षेत्र का उत्पादन 2.6 फीसदी गिर गया। एक साल पहले की समान अवधि में इसमें 8.2 फीसदी की बढ़ोतरी रही थी। अप्रैल-सितंबर छमाही में यह क्षेत्र 3.8 फीसदी की दर से बढ़ा था, जबकि एक साल पहले की समान छमाही में इसमें 6.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।
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