इन्वेस्टर्स मीट से फार्मा हब बनकर उभरेगा जिला सिरमौर

नाहन-यदि इन्वेस्टर्स को जिला सिरमौर में समुचित माहौल मिला तो भविष्य मंे जिला सिरमौर फार्मा इंडस्ट्री का हब बनकर उभरेगा। प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाने वाली इन्वेस्टर मीट के बाद जिला सिरमौर प्रशासन ने भी इन्वेस्टर्स को सभी प्रकार की सुविधाएं और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए तैयारियां कर ली हैं। वहीं अगले माह राजधानी मंे होने जा रही ग्राउंड सेरेमनी में यह भी साफ हो जाएगा कि प्रदेश और जिला में उद्योग स्थापित करने के लिए इन्वेस्टर्स कितने सीरियस हैं। वहीं यह भी पता चलेगा कि प्रदेश में उन्हें किस तरह की ओर सुविधाएं चाहिए। जिला सिरमौर मंे इन्वेस्टर्स यहां पर अपनी बड़ी इकाइयां स्थापित कर यहां के बेरोजगारों को रोजगार मुहैया करवाएं के लिए फिलवक्त निजी क्षेत्र के लोगों ने पहल की है, जिसके चलते अभी तक जिला मंे निजी क्षेत्र में 2700 बीघा भूमि को मुहैया करवाने की पेशकश के साथ निजी क्षेत्र के लोगों ने यह भूमि का ब्योरा विभाग के पोर्टल पर लोड कर दिया है। यही नहीं उद्योग विभाग सरकारी स्तर पर भी लैड बैंक को राजस्व विभाग के माध्यम से तलाश रहा है। बताते हैं कि निवेशक ऐसी भूमि की सबसे अधिक आवश्यकता है जिस पर फोरेस्ट केस के मामले न हो। वहीं निवेशक यदि जिला सिरमौर में निवेश करता है तो सड़क, बिजली और पानी की आधारभूत आवश्यकता पहली पंक्ति में ही पूरी होती हो। जिला उद्योग विभाग के महाप्रबंधक जीएस चौहान बताते हैं कि जिला सिरमौर मंे भी इन्वेस्टर्स मीट के बाद उद्योगों को लगाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, जिसमें जहां अभी तक 2700 बीघा निजी भूमि का ब्योरा विभाग को प्राप्त हो गया है। वहीं सरकारी बिना फोरेस्ट केस वाली भूमि की तलाश भी जारी है। उन्होंने बताया कि हिम प्रगति पोर्टल के माध्यम से सरकारी भूमि का ब्योरा निवेशकों को उपलब्ध करवाया जाएगा, जिसके बाद निवेशक भूमि को चयन के लिए अपनी हामी और सुझाव देगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि जिला सिरमौर में अधिकतर फार्मा उद्योगों के लिए माहौल तैयार हुआ है। लिहाजा भविष्य मंे ऐसे निवेशक यहां आते हैं तो जिला सिरमौर फार्मा का हब बनके उभरेगा।