इन्वेस्ट पंजाब का पंपकार्ट से समझौता

चंडीगढ़ – पंजाब के सबसे बड़े स्टार्ट अप्स में से एक पंपकार्ट, जो राज्य का पहला यूनिकॉर्न बनने को तैयार है, के साथ पंजाब सरकार के इन्वेस्ट पंजाब (पंजाब ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन) ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। पंजाब सरकार की ओर से पंजाब स्मॉल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन (पीएसआईईसी) के प्रबंध निदेशक, सिबिन सी ने और पंपकार्ट की ओर से, पंपकार्ट के सह-संस्थापक व सीईओए केएस भाटिया ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एमओयू के तहत पंजाब के माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज  को अपने उत्पादों को बढ़ावा देने और बेचने के लिए ई-कॉमर्स का लाभ मिलेगा। एमओयू के तहत लेनदेन शुल्क में छूट सहित कई रियायतें दी जाएंगी। इस मौके पर पंजाब के प्रमुख सरकारी अधिकारियों और उद्योगपतियों ने भाग लिया। सुश्री विनी महाजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव, निवेश प्रचार और उद्योग एवं वाणिज्य, पंजाब, मुख्य अतिथि थीं, जबकि  सिबिन सीए एमडी, पंजाब स्मॉल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कारपोरेशन सम्मानित अतिथि थे। इस मौके पर विनी महाजन ने कहा कि पंजाब में एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए पंपकार्ट के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाने की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है। मैं नई सोच रखने वाले और बड़े सपने देखने वाले उद्यमों का समर्थन करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए यहां आयी हूं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की तरक्की हमारी प्राथमिकता है। जहां एक ओर देश और दुनिया में आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है, पंजाब सरकार ने इसी दौरान रुपए 50,000 करोड़ से अधिक कीमत के नये निवेश आकर्षित किए हैं। मंडी गोबिंदगढ़ में उद्योगों को पुनर्जीवित किया जा रहा है। मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अनुरूप ही हमने मेक इन पंजाब नीति तैयार की है। यह एक साथ मिलकर काम करने का समय है। पंपकार्ट के सह-संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी केएस भाटिया ने कहा कि पंजाब में दो लाख से अधिक एमएसएमई हैं और पंपकार्ट का ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल उन्हें बिना किसी अतिरिक्त लागत के सीधे घरेलू बाजार से जुड़ने में मदद करेगा। हमारा लक्ष्य है कि समझौते को चार चरणों में कार्यान्वित करते हुए, अगले दो वर्षों में इनमें से कम से कम 10 प्रतिशत एमएसएमई को पंपकार्ट के ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर ले आया जाए।