एक ही दिन में तीन डाक्टर ट्रांसफर

सरकाघाट अस्पताल में अब नौ ओपीडी पर लटेगा ताला, कुल 17 में से नौ पद हुए खाली

सरकाघाट – नागरिक अस्पताल सरकाघाट रोगियों की चिकित्सा करने की अपेक्षा स्वयं बीमारी की स्थिति में है और अस्पताल में चिकित्सकों के स्वीकृत 17 पदों में केवल मात्र आठ चिकित्सक ही कार्यरत हैं। गत दिवस एकमुश्त तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों मेडिसिन, हड्डी रोग विशेषज्ञ और शल्य चिकित्सक के मेडिकल कालेज हमीरपुर और नेरचौक के लिए तबादला हो जाने से अस्पताल खाली हो गया है। अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, शल्य चिकित्सक, एनेस्थीसिया, स्त्री रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ व ईएनटी विशेषज्ञ के पद खाली हो गए हैं और विशेषज्ञ चिकित्सक मात्र दो रह गए हैं, जो शिशुरोग और रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सक हैं। यह अस्पताल न केवल सरकाघाट उपमंडल और धर्मपुर उपमंडल के लोगों का  इलाज करता है, अपितु इसमें हमीरपुर जिला की भोरंज विधानसभा क्षेत्र की 12 पंचायतों के साथ-साथ जोगिंद्रनगर का बसाही धार से निचले क्षेत्र के लोग भी अपना इलाज करवाने आते थे और इस प्रकार अस्पताल की नौ ओपीडी कक्षों में ताले लटक गए हैं। चिकित्सकों की इस कमी की सबसे बड़ी मार समाज के गरीब तबके पर पड़ रही है, जो न तो हमीरपुर, न ही नेरचौक या मंडी अस्पतालों में अपना इलाज करवाने के लिए जा सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस महासचिव डा. जयकुमार आजाद, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुंदरनगर जिला पवन ठाकुर, सरकाघाट ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सचिन वर्मा, अस्पताल की सेवा संकल्प समिति के सचिव चंदरमणि वर्मा, सरकाघाट विकास समिति के अध्यक्ष सोहन लाल गुप्ता, सचिव युवा कांग्रेस अध्यक्ष अखिल गुप्ता सहित अन्य लोगों ने प्रदेश सरकार द्वारा किए गए इन चिकित्सकों के तबादलों की निंदा करते हुए कहा कि गत कांग्रेस पार्टी की सरकार में अस्पताल में चिकित्सकों के सभी पद भरे हुए थे, लेकिन भाजपा नेताओं की कथनी और करनी में रात-दिन का अंतर है और दो उपमंडलों की अढ़ाई लाख की आबादी को चिकित्सा सुविधाओं से वंचित कर दिया है। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विशेषज्ञ डाक्टरों के खाली पदों को शीघ्र नहीं भरा गया तो उपमंडल स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। अस्पताल में डाक्टरों की कमी के बारे में अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. पीएल वर्मा ने बताया कि खाली पदों के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।