एचपीयू में 107 मेधावियों को गोल्ड मेडल

By: Nov 30th, 2019 12:30 am

शिमला  – हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 25वां दीक्षांत समारोह बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इसमें केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान 382 मेधावी विद्यार्थियों को डिग्रियां और गोल्ड मेडल प्रदान किए गए। इसमें 107 छात्रों को केंद्रीय मंत्री के हाथों स्वर्ण दिए गए, वहीं 276 छात्रों को पीएचडी की डिग्री दी गई। विवेक कुमार को डीलिट की डिग्री, जबकि अफगान के मोहम्मद शरीफ शाहीन को लोक प्रशासन में गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। रमेश पोखरियाल निशंक ने इस अवसर पर कहा कि ज्ञान और बुद्धिमता के कारण सदियों से भारत को विश्व गुरुके रूप में जाना जाता रहा है। भारत वैश्विक भाईचारे और शांतिपूर्वक मिल जुल कर रहने में विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और स्टार्टअप जैसी योजनाओं के कारण युवाओं के लिए देश में रोजगार और स्वरोजगार के अपार अवसर है। उन्होंने पदक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके सफल जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार नई शिक्षा नीति ला रही है, जिससे देश में शिक्षा प्रणाली सुदृढ़ होगी और इसे रोजगारन्मुखी बनाया जाएगा। इस दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्ति ही नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ कौशल विकास पर भी ध्यान देना चाहिए, जिससे उन्हें रोजगार प्राप्ति में सहायता मिलेगी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और अधिकांश शिक्षण संस्थानों लड़कों से अधिक पदक जीत रही हैं। यह समाज में हो रहे सकारात्मक बदलाव का संकेत है। उन्होंने  समारोह में लड़कों की तुलना में अधिक पदक जीतने के लिए छात्राओं को बधाई दी। वहीं शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश विश्वविद्यालय को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसका बजट 130 करोड़ रुपए तक बढ़ाया गया है। भारत सरकार द्वारा तैयार की जा रही नई शिक्षा नीति से देश को विश्व गुरु की प्रतिष्ठा पुनः लौटेगी।

मुख्यमंत्री ने छात्रों को दी बधाई

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने और शिक्षा के लिए अधोसंरचना सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार हिमाचल प्रदेश को देश का शिक्षा केंद्र बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इंडिया टुडे पत्रिका ने अपने सर्वेक्षण में राज्य को हाल ही में बड़े राज्यों की श्रेणी में शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में पहला स्थान प्रदान किया है। मुख्यमंत्री ने लड़कों की अपेक्षा अधिक पदक प्राप्त करने के लिए छात्राओं को बधाई दी। डिग्री और पदक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को भावी जीवन की शुभकामनाएं दीं।

युवा देश की सबसे बड़ी ताकत

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि युवा देश की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय के सुदृढ़ीकरण के लिए हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों में 37.70 करोड़ नए बैंक खाते खोले हैं, जिससे डिजिटल भुगतान सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने जनकल्याण और प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न नई योजनाएं आरंभ करने पर प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि भारत को विश्व शक्ति बनाने के संकल्प के साथ अपना भरपूर सहयोग दें।

इन विद्यार्थियों के नाम स्वर्ण पदक

छेरिंग रिग्जिन, ईशा मेहता, नंद कुमार, सूर्यकांत, अजीत सिंह, लता, अमित कुमार, श्रृष्टि ठाकुर, हरप्रीत कौर, मनीषा पठानिया, भावना जोशी, अर्पणा जोशी, दिव्या ज्योति, मनीषा गुलेरिया, पूजा भाटिया, शबनम चौहान, मृदुल, हिमानी, महक साहनी, एकता, प्रियम, सांची, सुक्रित, संजय, अंजलि, अर्चना नेगी, दीपिका, ताशी, अर्चना शर्मा, विभूति, नीरज, प्रीतम, अमर चंद, रीना देवी, सोनम, रंजना कुमारी, विक्रम, गगन सिंह, प्रवीण गौतम, शिल्पा, दीपिका, चुनौती सगरोली, भानवी, अनिरुद्ध, शिल्पा वालिया, सौरभ ठाकुर, अनु कुमारी, कुमारी मोनिका, विपन कुमार, मोनिका, विरंजना चौहान, मोहम्मद शरीफ, पी. डोलमा, प्रियंका, निधि, कुमारी मोनिका, सुषमा, मनीष, पवन, मीनाक्षी, नेहा मेहता, शिवानी शर्मा, अनुश्री गौतम, एम. लबिता, बंधु देवी, स्वाति वर्मा, अदिति, शिखा, दीप कुमार, मीनाक्षी, निवेदिता, समृति, सपना कुमारी, बनिता रानी, गुमान सिंह, स्वेता राणा, दीक्षा, पुरुषोत्तम सिंह, रमेश वर्मा, पल्लवी, विवेक, साकेत, सोनिका, सुनील कुमार, सीपिका थापर, रानी पांडे, शैलजा चौहान, हिमानी शर्मा, दीक्षा कुमारी, ईशिता, शिल्पा, पंकज, गुरविंद्र कौर, रंजना, सुनैना, दीक्षा शर्मा, नेहा ठाकुर, कोमल कुमारी शर्मा, श्रुति, सिंह, एकता धीमान, अभिक, राहुल, शिवानी कटोच, हारमोनी सचदेवा, शालिनी, दीपक, शीतल, पल्लवी, योगेश, रागिनी, अंजु, प्रियंका, निशांत, महक, हरि दास, कुश राज, सन्नी, कृतिका, सुनील कुमार, अक्षय कुमार।

सरकारी शिक्षा में नई नीति बेहद जरूरी

निशंक बोले, 33 साल बाद लागू होने वाली पॉलिसी पर काम

शिमला  – देश में 33 सालों बाद लागू होने वाली नई नीति रिसर्च वर्क पर अधारित होगी। नई शिक्षा नीति में वैचारिक और व्यवहारिक विषय लागू किए जाएंगे। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने विवि के दीक्षांत समारोह के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में शिक्षा में सुधार करने को लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं। सरकारी शिक्षा में अगर सुधार करना है, तो नई शिक्षा नीति को लाना बेहद जरूरी है। हालांकि पहली बार प्रदेश विवि में पहुंचे एमएचआरडी मंत्री ने विश्वविद्यालय को लेकर कोई बड़ी घोषणा नहीं की। मंच से उन्होंने मात्र इतना जरूर कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय भारत सरकार से जो आर्थिंक मदद चाहेगा, वह पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रयास रहेगा कि एचपीयू जो भी मांग करें, उसके लिए अलग से बजट जारी किया जाए। केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने एचपीयू के कुलगीत को भी खूब सराहा। उन्होंने कहा कि इस कुलगीत में हिमाचल की पूरी संस्कृति को बताया गया है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश विवि से निकलने वाले छात्र आम नहीं होते, बल्कि व देश व दुनियां में अलग-अलग मुकाम हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमाचल में देवी-देवताओं का वास रहता है और यहां के लोग भी बहुत सादगी में रहते हैं। एमएचआरडी मंत्री ने कहा कि हिमाचल के नौजवानों का देश की रक्षा में भी अहम योगदान रहता है। कहीं भी देश की सुरक्षा की बात आ जाए, तो हिमाचल के जवान सबसे पहले खड़े होते हैं। फिलहाल एचपीयू के दीक्षांत समारोह में एमएचआरडी मंत्री के आने पर एचपीयू प्रशासन को उम्मीद थी, कि कोई घोषणा होगी, लेकिन बजट को लेकर कोई भी घोषणा न होने पर सभी को निराशा हुई। हांलाकि एचपीयू के अधिकारी इस भावना को अपने दिल के अंदर ही दबा गए।

नहीं मान रही केंद्र सरकार

शिमला – हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को अभी केंद्र का दर्जा नहीं दिया जा सकता है। केंद्र सरकार हिमाचल की भगौलिक स्थिति को देखकर इसमें हामी नहीं भर रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि एचपीयू को केंद्रीय विवि का दर्जा दिलाने को लेकर कई बार भारत सरकार को प्रोपोजल व मांग की गई है, लेकिन जिस तरह से हिमाचल एक छोटा राज्य है, तो इसे केंद्रीय संस्थान का दर्जा दिलाने में अभी कई आपत्तियां जताई जा रही हैं। सीएम ने मुस्कुराते हुए कहा कि फिर भी आप चिंता न करें, एचपीयू को केंद्र का दर्जा दिलाने का कार्य जारी है व एक बार फिर इस बारे में केंद्रीय मंत्री से बात करेंगे। गौर हो कि एसएफआई व एबीवीपी कार्यकर्ता भी इसी मांग को लेकर एमएचआरडी मिनिस्टिर को ज्ञापन सौंपने वाले थे, लेकिन जब केंद्रीय मंत्री नहीं मिले, तो उन्होंने सीएम को ज्ञापन सौंपकर केंद्रीय विवि की मांग को केंद्र तक पहुंचाने को कहा। फिलहाल अभी एचपीयू को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा लेने के लिए इंतजार करना होगा।


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