एपीजी में 90 छात्रों को पीजी की डिग्री

शिमला – अलख प्रकाश गोयल शिमला विश्वविद्यालय का तीसरा दीक्षांत समारोह 14 नवंबर को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चांसलर डा. रजत माथुर ने भी विशेष रूप से मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह का शुभारंभ राज्यपाल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इससे पहले कुलपति प्रोफेसर आरके चौधरी ने कुलसचिव डा. आरके किठा और विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सदस्यों और छात्रों के साथ अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर राज्यपाल ने 90 स्नातकों को स्नातक और स्नातकोत्तर उपाधि प्रदान की। राज्यपाल ने शैक्षणिक क्षेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने के लिए 18 छात्रों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। खास बात यह है कि इनमें से 13 लड़कियां शामिल हैं। विश्वविद्यालय के सभागार में दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने युवाओं से आह्वान किया कि जो लोग विश्वविद्यालय से अपनी डिग्री पूरी कर चुके हैं, उन लोगों को उद्यमी कौशल हासिल करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने कौशल को विकसित एवं ज्ञान अर्जित कर और बेरोजगार लोगों को रोजग़ार देने के लिए आगे आना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि आज तकनीक का युग है। पूरे विश्व में आधुनिक तकनीक की क्त्रांति सी आ गई है ओर भारत में लोग नई तकनीक अपनाने में आगे है। यही कारण है कि भारत देश विकासशील देशों में अग्रणी बन चुका है।