एबीवीपी ने बिगाड़ी सरकारी भवनों की सूरत

 अंब में एनएसयूआई ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन; मांगी कड़ी कार्रवाई, प्रांतीय अधिवेशन के प्रचार को रंग डाली बिल्डिंग

अंब –जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का, यह कहावत अंब में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर सटीक बैठ रही है। एबीवीपी के प्रांतीय अधिवेशन के प्रचार-प्रसार के लिए सारी हदें पार करते हुए एबीवीपी द्वारा अंब कस्बे के कई सरकारी भवनों को ही रंग डाला। यहां तक कि एसडीएम कार्यालय भी नहीं बख्शा गया। हालांकि एनएसयूआई ने अब इसे मुद्दा बना लिया है और बुधवार को एनएसयूआई ने युकां के प्रांतीय सचिव राघव राणा के नेतृत्व में एसडीएम तोरुल एस रवीश को ज्ञापन सौंपकर सरकारी भवनों पर की गई वाल राइटिंग का कड़ा संज्ञान लेने का आह्वान किया है। शालीनता तो यह कहती है कि अगर किसी राजनीतिक या अन्य संगठन ने अपने प्रचार-प्रसार के लिए वाल राइटिंग करनी भी है तो उस भवन के मालिक की अनुमति लेना जरूरी है। हालांकि सरकारी भवनों पर वाल राइटिंग करना वर्जित है, लेकिन भाजपा से संबंधित छात्र संगठन एबीवीपी ने शायद यह सोचकर अंब में सरकारी भवन ही रंग दिए कि प्रदेश में सरकार अपनी है। यहां कौन पूछने वाला है। एबीवीपी द्वारा अंब कस्बे में एसडीएम कार्यालय को तो अपने प्रचार का माध्यम बनाया ही बल्कि कोषागार उपकार्यालय की दीवारें भी रंग डाली। इस पर आपत्ति जताते हुए अब एनएसयूआई ने इसे मुद्दा बना लिया है। बुधवार को युकां के प्रांतीय सचिव राघव राणा के नेतृत्व में एनएसयूआई के प्रांतीय महासचिव ऋषभ कहोल, जिलाध्यक्ष मोहम्मद असलम, कैंपस अध्यक्ष आशीष शर्मा, एडवोकेट राघव सूद, एडवोकेट सौरभ शर्मा, अलीब मोहम्मद, युकां गगरेट के प्रधान अमन ठाकुर, कुलदीप सैणी, सलमान खान, चंदन खन्ना, पंकज, आशीष, साहिल, मोहित, नवीन नंदा व अक्षय एबीवीपी की इस करतूत की शिकायत लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और सरकारी भवनों को प्रचार का माध्यम बनाने के लिए एसडीएम तोरुल एस रवीश से एबीवीपी की अंब इकाई की शिकायत की। युकां सचिव राघव राणा ने कहा कि अगर इस वक्त एबीवीपी के इस कृत्य के लिए उन्हें प्रशासन ने लताड़ नहीं लगाई तो आने वाले समय में सरकारी भवनों पर कहीं राजनीतिक दलों के झंडे भी नजर न आएं। एसडीएम तोरुल रवीश ने प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।