कोटखाई केस में एक से ज्यादा आरोपी!

एफएसएल गुजरात के विशेषज्ञों के बयान से सीबीआई भी हैरान

शिमला – कोटखाई रेप एवं मर्डर मामले में फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी गांधीनगर गुजरात के दो विशेषज्ञों द्वारा अदालत को दिए बयान ने सीबीआई को सकते में डाल दिया है। सीबीआई जहां इस प्रकरण में एक ही आरोपी होने का दावा कर केस सुलझाने कर दावा करती आई हैं, वहीं अब सीबीआई के दावों की एफएसएल गुजरात के विशेषज्ञो ने पोल खोल दी है। चंडीगढ़ अदालत में चल रही केस की सुनवाई में फोरेंसिक टीम के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि कोटखाई प्रकरण में एक से ज्यादा लोग संलिप्त हो सकते हैं।  फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी गांधीनगर गुजरात के दो विशेषज्ञों ने इस केस का नारको एनालिसिस, पोलीग्राफ टेस्ट के आधार पर अध्य्यन किया है। विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार रेप और मर्डर केस में एक से ज्यादा लोगों के संलिप्त होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि इस मामले की सुनवाई इन दिनों चंडीगढ़ अदालत में चल रही है। इस मामले की अगली सुनवाई तीन दिसंबर को होगी। उल्लेखनीय है कि छह जुलाई, 2017 को कोटखाई के महासू स्कूल की दसवीं की छात्रा का शव साथ में लगते तांदी जंगल में बरामद किया गया था। छात्रा दो दिन पहले स्कूल से रहस्यमयी हालात में गायब हो गई  थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या करने की पुष्टि हुई थी। इस मामले में आरंभिक जांच स्थानीय पुलिस ने की थी और बाद में इसकी जांच विशेष जांच दल को सौंपी गई थी। विशेष जांच दल ने इस मामले में एक नेपाली सूरज सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आरोपी सूरज की कोटखाई थाना के लॉकअप में मौत हो गई थी। सीबीआई ने इस मामले में विशेष जांच दल के आईजी सहित कुल नौ पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें तीन अधिकारी अब जमानत पर चल रहे हैं, जबकि छह पुलिस कर्मी अभी भी न्यायिक हिरासत में हैं।