घर-घर मरीजों की पहचान

स्वास्थ्य कार्यकर्ता कैंसर; टीबी, डायबिटीज पर दे रहे सलाह

शिमला – सरकार प्रदेश में कैंसर, टीबी और डायबिटीज के मरीजों का डाटा बैंक बना रही है। सिर्फ डाटा बैंक ही नहीं, बल्कि ऐसे मरीजों को चिन्हित कर उन्हें इन बीमारियों के बारे में जागरूक भी कर रही है। सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में क्या-क्या योजनाएं चला रही है, इसके बारे में लोगों को घर द्वार पहुंचकर बताया जा रहा है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इस काम में लगाया गया है। जल्द ही राज्य में जनगणना का काम शुरू होगा, जिससे पहले यहां पर मरीजों का डाटा बैंक बनाने का काम हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने गंभीर रूप से ग्रस्त मरीजों के लिए कुछ योजनाएं चलाई हैं, जिनके बारे में भी लोगों को बताया जा रहा है। घर पर पहुंचने वाली स्वास्थ्य कार्यकर्ता पूछ रही हैं कि परिवार में किसी को कैंसर, टीबी या फिर शूगर तो नहीं। इसका पता लगने पर उस मरीज का नाम दर्ज किया जा रहा है और उसे व परिवार को बताया जा रहा है कि इस तरह की बीमारी में क्या कुछ करना चाहिए। सरकार द्वारा कुछ योजनाएं स्वास्थ्य क्षेत्र में चलाई जा रही हैं, जिनके बारे में लोगों को बताकर उन्हें इन योजनाआें का लाभ उठाने को कहा जा रहा है। गांव स्तर पर ऐसे स्वास्थ्य कार्यकर्ता छुट्टी वाले दिन भी काम में लगे हैं, जो घर पर पहुंचकर लोगों से बातचीत कर रहे हैं। इससे मरीजों का आंकड़ा भी सरकार के सामने आएगा और हो सकता है कि इन बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए सरकार कुछ नया करे। अब डायबिटीज के पेशेंट को कुछ दिनों बाद ही टेस्ट करवाने होते हैं, वही तीन महीने का एक टेस्ट भी होता है, जो कि काफी महंगा पड़़ता है। इन मरीजों के लिए भी सरकार यदि टेस्ट फ्री करे, तो लोगों को राहत मिलेगी।