चलती बस के टायर में लगी आग

गगल – पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मांझी पुल के पास धर्मशाला से वाया सराह-पठानकोट जा रही बस में टायरों के पास अचानक आग लग गई। बस के नीचे से अचानक धुआं निकलने लगा। बस का ड्राइवर इस धुंए को देख कर नीचे भी उतर गया, पर उसको इस आग का पता नहीं चला और उसने बस को फिर चला दिया। इस दौरान वहां खड़े लोगों ने जब बस के टायरों में लगी आग को देखा, शोर मचाया, तब जाकर द्वारा ड्राइवर ने बस को रोका। जब ड्राइवर ने फिर बस से उतर कर देखा कि बस में नीचे टायरों के पास आग लगी हुई थी। वहां पर साथ के दुकानदारों ने इस बस के लगे टायरों की आग को पानी डाल कर बुझाया। इस बस में 30 से 35 के लगभग सवारियां बैठी हुई थी। बस की सवारियां आनन-फानन में बस से नीचे उतर गई। हालांकि इस हादसे में किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। बस के टायरों में लगी आग की बुझाने के बाद बस फिर से सवारियां को बैठने को कहा तो सवारियों में एक डर का माहौल था, लेकिन फिर सवारियां बस में सवार हो गई और अपने गंतव्य को सवारियां लेकर चली गईं। ज्ञात रहे कि बस में आग बुझाने का कोई भी यंत्र मौजूद नहीं था। लोगों का कहना है कि हिमाचल परिवहन की बसों में आग बुझाने का यंत्र तो दूर प्राथमिक चिकित्सा के लिए कोई भी किट तक नहीं होती है। लोगों का कहना है कि अगर यहां पर जनता द्वारा शोर नहीं मचाया जाता, तो यह आग और भयंकर तरीके से बस में लग जाती और एक भयानक दुघर्टना घट जाती। वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि ऐसे में बसों में फर्स्ट ऐड किट और आग बुझाने के यंत्रों का न होना लोगों की जान-माल से खिलवाड़ है।