- विश्व का एक प्रमुख मत्स्यन क्षेत्र डांगर बैंक कहां स्थित है?
(क) उतरी सागर में
(ख) इंग्लिश चैनल में
(ग) बाल्टिक सागर में
(घ) इनमें से कोई नहीं
- विश्व का वृहत्तम मत्स्य आहरण क्षेत्र है?
(क) ग्रैंड बैंक
(ख) चेसापीक खाड़ी
(ग) कैरेबियन सागर
(घ) इनमें से कोई नहीं
- विश्व का सबसे बड़ा लौंग उत्पादक देश है?
(क) जंजीबार
(ख) ग्वाटेमाला
(ग) कनाडा
(घ) इंडोनेशिया
- विश्व में मोटे
अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक देश है?
(क) गुयाना
(ख) ब्राजील
(ग) भारत
(घ) इनमें से कोई नहीं
- विश्व में प्राकृतिक रबड़ का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन सा है?
(क) मलेशिया
(ख) इंडोनेशिया
(ग) थाईलैंड
(घ) बांग्लादेश
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आईआईटी के रिसर्चर्स तैयार करेंगे गांधीपीडिया
बहुत जल्द ही आप गांधीजी की किताबों, पत्रों और भाषणों को डिजिटल फॉर्म में पढ़ सकेंगे। गांधीजी के इन कार्यों को डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध कराने के लिए दो आईआईटी और नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम ने हाथ मिलाया है। वे गांधीजी की 150वीं जयंती पर ‘गांधीपीडिया’ तैयार करेंगे। गांधीपीडिया में गांधीजी द्वारा लिखी गई पुस्तकों, पत्रों और भाषणों का संग्रह होगा। आईआईटी खड़गपुर की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि पूरे प्रोजेक्ट को आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस की मदद से अंजाम दिया जाएगा। बताया गया है कि पहले चरण में गांधीजी द्वारा लिखित 40 से ज्यादा किताबों को डिजिटल फॉर्म में बदला जाएगा। उनकी इंडेक्स तैयार की जाएगी और उनके हिस्सों को ट्वीट किया जाएगा। पहले चरण को अगले साल मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा चार और चरण में काम को अंजाम दिया जाएगा। आगे के सभी चार चरणों को मार्च, 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस परियोजना में आईआईटी खड़गपुर के साथ आईआईटी गांधीनगर भी सहयोग कर रहा है। नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्थान है। वह भी इसमें सहयोग कर रहा है। आईआईटी खड़गपुर के कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर अनिमेष मुखर्जी ने बताया कि महात्मा गांधी की किताब ‘सच के साथ मेरे प्रयोग’ से शुरुआत की जाएगी। इस परियोजना की अगवाई प्रोफेसर मुखर्जी ही कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांधीजी के पत्रों और भाषणों समेत उनके कुल 100 कार्यों को पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
नई नियुक्ति
गणेश श्रीनिवासन टाटा पावर डीडीएल के सीईओ
बिजली वितरण कारोबार से जुड़ी टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. (टाटा पावर डीडीएल) ने गणेश श्रीनिवासन को कंपनी का नया मुख्य कार्यपालक अधिकारी नियुक्त किया है। टाटा पावर डीडीएल ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि श्रीनिवासन की नियुक्ति दो दिसंबर, 2019 से प्रभाव में आएगी। श्रीनिवासन, संजय बंगा का स्थान लेंगे, जिन्हें टाटा पावर के पारेषण एवं वितरण कारोबार का अध्यक्ष बनाया गया है। टाटा पावर डीडीएल टाटा पावर और दिल्ली सरकार की संयुक्त उद्यम है। कंपनी उत्तरी दिल्ली में करीब 70 लाख ग्राहकों को बिजली का वितरण करती है। टाटा पावर के सीईओ और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, श्रीनिवासन ने खुद को साबित किया है। उनमें सभी पक्षों को साथ लेकर काम करने की क्षमता है। मुझे भरोसा है कि उनकी अगवाई में कंपनी नई ऊंचाई पर जाएगी।