टियाली में 22 साल बाद मनेगी दिवाली 

 हजारों की तादाद में ठोडे के खेल में ग्रामीण लेंगे भाग

ठियोग –ठियोग के रितेश रियासत की प्रसिद्व देवठी टियाली स्थित देवी जयेश्वरी माता दलैंया के मंदिर प्रांगण में दिवाली मेले को लेकर मंदिर के प्रबंधन कमेटी द्वारा तैयारियां जोरांे पर चल रही है। देवी नगरकोट स्नान के बाद हुए शांद उत्सव के बाद अंतिम चरण में यह मेला 15 से 17 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा हे। इसे स्थानीय भाषा में देसकी दैली यानि दिन की दिवाली कहा जाता है और 22 वर्ष के बाद आयोजन मंदिर परिसर में हो रहा है। जोकि बेहद ऐतिहासिक माना जा रहा है। यह मेला देवी के नगरकोट स्नान के बाद आयोजित किया जा रहा है और इस मेले में देवी के हजारों की संख्यां में कलेणें व अन्य देवठियों से आमंत्रित अथिति भाग लेगे। इस मेले के लिए पिछले एक माह से गांव-गांव जाकर प्राचीन परंपरा के अनुसार लोगों को निमंत्रण भी दिए जा रहे हैं। इसके लिए देव परंपरा के अनुसार लोगों को निमंत्रण दिया जा रहा है। मेले में प्राचीन परंपराओं को निर्वहन करते हुए वाद्य यंत्रों के साथ देवी की महिमा का ब्खान किया जाता है। टियाली देवठी में आयोजित इस मेले में ठोडा दल बतिउड़ा और मतियाना भाग ले रहे हैं। जोकि 15 नवंबर की शाम को पहुचंेगे। अगले दो दिनों तक इस प्राचीन खेल का प्रर्दशन किया जाएगा। इसके अलावा धरेच के पारंपरिक ठोडा दल को भी इस मेले में आमंत्रित किए जाने की पंरपरा है। ये दल देवी के पुजारियों का होता है जो आपस में में ही खेलकर परंपरा का निर्वहन करते है। माना ये जा रहा है कि इस ऐतिहासिक मेले में काफी अधिक संख्या में लोग भाग लेंगे।