डेढ़ माह से खराब वोल्वो बस

भुंतर – एचआरटीसी को कांट्रैक्ट में मिली निजी एजेंसी की वोल्वो बस करीब डेढ़ माह से भुंतर के साथ लगते शाड़ाबाई में बीमार पड़ी है। यहां से गुजरते यात्रियों को चिढ़ा रही निगम के हरे रंग की बस को निजी ट्रांसपोर्ट एजेंसी द्वारा ठीक न किए जाने बाद एचआरटीसी ने अब अपनी आंखें तरेर ली हैं और एजेंसी के साथ करार समाप्त कर इसकी सेवाएं बंद कर दी है। निगम में जिला में उक्त एजेंसी की चल रही अन्य बस की सेवा भी बंद कर दी है। लिहाजा, जहां कहीं जवाब देने वाली ये बसें अब एचआरटीसी के बेड़े में नहीं दिखेंगी और यात्रियों को परेशान नहीं करेंगी। बता दें कि अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में उक्त बस (एचपी 63-9359) अचानक शाड़ाबाई के पास खराब हो गई थी। एचआरटीसी अधिकारियों के अनुसार नियमानुसार इन बसों में तकनीकी खराबी को संबंधित एजेंसी द्वारा ही ठीक करवाया जाता है। बताया जा रहा है कि निजी ट्रांसपोर्टर ने जिस एजेंसी को इसके लिए अधिकृत करवाया गया था उस एजेंसी से साथ अंदरुनी विवाद होने के कारण बस की तकनीकी खामी दूर करने का काम समय पर नहीं किया जा सका। निगम के अनुसार इस बारे में ट्रांसपोर्ट एजेंसी की नोटिस भी दिए गए, लेकिन कोई कार्रवाई न होने के बाद अब सख्ती बरतते हुए निगम ने ट्रांसपोर्ट एजेंसी के साथ हुआ करार समाप्त करने का निर्णय लिया है। जानकारी के अनुसार इस बस के अलावा जिला में चल रही उक्त एजेंसी की अन्य बस का भी करार समाप्त कर दिया गया है। निगम के अधिकारियों और चालकों के अनुसार ये बसें निगम के लिए सिरदर्द बनी हुई थीं और जहां-कहीं जवाब दे जाती थीं। इसके कारण कई बार यात्रियों को परेशानी भी हुई तो साथ ही यात्रियों और चालकों-परिचालकों के बीच तनातनी का माहौल भी इसके कारण बना। जानकारी के अनुसार निगम के अधिकारियों को इसके बारे में चालकों ने रिपोर्ट सौंपी थी और इसकी तकनीकी दिक्कतों से अवगत करवाया था। उधर, शाड़ाबाई में डेढ़ माह से खराब पड़ी उक्त बस को लोग एचआरटीसी की मान रहे हैं तो इस पर चर्चा भी हो रही है। लोगों में इसके हरे रंग के कारण गलतफहमी हो रही है। कुल्लू के एचआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके नारंग ने  बताया कि निजी एजेंसी से कांट्रैक्ट समाप्त कर दिया गया है और बस को यहां से हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बस में अक्तूबर माह में तकनीकी खामी आई थी और इसे दूर न करने के कारण अब निगम से इसे अपने बेड़े से हटा लिया है। बहरहाल, भुंतर के साथ लगते शाड़ाबाई में निगम को कांट्रैक्ट पर मिली निजी एजेंसी की बस चर्चा का कारण बनी हुई है।