दूषित जल के मुद्दे पर केजरीवाल इस्तीफा दें: भाजपा

By: Nov 22nd, 2019 6:36 pm

नई दिल्ली- दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार काे ऐलान  किया कि जब तक राजधानी के लोगों काे शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं करा दिया जाता तब तक वह चैन से नहीं बैठेगी।  दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की जांच में दिल्ली में आपूर्ति किये जाने वाली पानी के सभी 11 नमूने दूषित पाये गये। उन्होंने कहा कि वैसे तो भाजपा बहुत पहले से ही जलापूर्ति को लेकर आक्रामक रुख अपनाये हुए है लेकिन इस खुलासे के बाद तो पार्टी ने इसे राजधानी के सबसे बड़े मुद्दे के रूप में लिया है। यह न तो चुनावी मुद्दा है और न ही राजनीतिक मुद्दा है, यह तो दिल्ली के दाे करोड़ लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा है जिस पर किसी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह खुलासा करेंगे कि दिल्ली सरकार के मंत्री कितने आर ओ वाटर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि बीआईएस एक प्रतिष्ठित स्वायत्तशासी संस्था है जिसकी विश्वसनीयता पर कोई प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। उसकी जांच में दिल्ली में आपूर्ति किया जाने वाली पानी दूषित पाया गया है। उन्होंने कहा कि देश भर के 21 शहरों के जल के नमूने लिये गये जिनमें 13 नगरों के नमूने कई मानकों पर खरे नहीं उतरे। दिल्ली में 11 नमूने लिये गये जो 19 मानकों पर खरे नहीं उतरे। उन्होंने कहा कि संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री या किसी अन्य मंत्री ने बीआईएस की रिपोर्ट पर सवाल नहीं उठाये लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं और इसे राजनीति करार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल को इस रिपोर्ट का संज्ञान लेकर शुद्ध जलापूर्ति के प्रयास करने चाहिए।  उन्होंने कहा कि दिल्ली में दूषित जल पीने से जलजनित बीमारियां निरन्तर बढ़ रही हैं और अस्पतालों में डायरिया, कालरा, टायफाइड आदि के मरीजों की संख्या बहुत बढ़ गयी है, जिसका कारण दूषित पेयजल है। उन्होंने मीडिया से जलापूर्ति के संबंध में स्वत: विश्लेषण और आकलन करने तथा जनता के समक्ष तथ्य पेश करने की अपील की। पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बड़े शर्म की बात है कि दिल्ली के अधिकतर लोगों को बोतल या आर ओ वाटर प्यूरीफायर के जरिए शुद्ध किया गया पानी पीना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल दूषित जल के मुद्दे पर पूरी तरह से घिर गये हैं। यहां आपूर्ति किया जाने वाला पानी 19 मानकों पर खरा नहीं उतरा है, ऐसे में ‘बड़बोले’ श्री केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए। सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि उन्हें सबसे अधिक शिकायतें जलापूर्ति को लेकर ही मिलती हैं। श्रीमती लेखी ने कहा कि उन्होंने केन्द्र सरकार से 900 करोड़ रुपये जल और सीवर की व्यवस्था बेहतर करने के लिए दिलाये थे लेकिन उसका कोई हिसाब नहीं मिला।  सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष होने के नाते श्री केजरीवाल राजधानी में दूषित पेयजल के बारे में जवाबदेही से बच नहीं सकते। जलापूर्ति से संबंधित कोई भी फाइल उप राज्यपाल अनिल बैजल के यहां लंबित नहीं है तो राजधानी में अनेक जगहों पर जलापूर्ति न होना और दूषित पानी आपूर्ति किया जाना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।


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