पंजाब में निवेश करने का आह्वान

चंडीगढ़ –पंजाब के गवर्नर व चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर ने चंडीगढ़ के होटल ललित में सर्व भारतीय कपड़ा उद्योग के 75वें प्लैटिनम जुबली कान्फ्रेंस का उद्घाटन किया। उन्होंने समागम के मेहमान आशीष बगरौडिया, टॉई चंडीगढ़ के प्रधान एल के सिंह, कान्फ्रेंस के चेयरमैन एसएन गर्ग, मुकेश त्यागी व टॉई के सेक्रेटरी शतीश मरवाहा की उपस्थिति में शमां  जलाकर समागम का आगाज किया। श्री बदनौर ने कहा कि उन्होंने कहा कि कपड़ा उद्योग की खोज व डिजाइन के लिए पंजाब में दो सेंटर मोहाली व अमृतसर में बनाए गए हैं, जो कि बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं व अपनी खोज से कपड़ा उद्योग को सेवाएं दे रहे हैं। व्यापारियों व उद्योगपतियों को पंजाब में अपने यूनिट लगाने का निमंत्रण ते हुए राज्यपाल ने कहां के पंजाब में कपड़ा उद्योग के प्रफुल्लित होने की अनेक संभावनाएं है, इसलिए उद्योगपतियों को पंजाब में निवेश करना चाहिए। अपने संबोधन में गवर्नर ने चंडीगढ़ के यूनिट  द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने देशभर के व्यापारियों व उद्योगपतियों को एक छत के नीचे लाकर बहुत बड़ा कार्य किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी कान्फ्रेंसो में ही कपड़ा उद्योग व भारत के विकास पर विचार-विमर्श हो सकता है। उन्होंने आए हुए व्यापारियों को श्री गुरु नानक देव जी के 550वे प्रकाश पूर्व की बधाई दी। व्यापारियों को संबोधन करते हुए राज्यपाल  ने  कहा कि भारत समय आर्थिक दृष्टि से विश्व गुरु बनने के पथ पर है व कपड़ा उद्योग इसमें एक अहम भूमिका निभा सकता है, क्योंकि कपड़ा एसोसिएशन इस समय भारत की सबसे बड़ी संस्था है, जो भारत के करीब 11 करोड़ लोगों को रोजगार दे रही है। उन्होंने कहा कि विश्व भर में मौजूदा हालातों के अंतर्गत भारत का कपड़ा उद्योग और भी तेजी से आगे बढ़ सकता है व इस समय भारत का घरेलू कपड़ा उद्योग अच्छा कार्य कर है। कपड़ा उद्योग में पंजाब की भूमिका का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि पंजाब इस समय भारत का करीब 65 प्रतिशत कपड़े का निर्माण कर रहा है, जबकि भारत का 95 प्रतिशत ऊनी कपड़ा पंजाब में बन रहा है।