पानी का बिल नहीं भरा तो कटेगा कनेक्शन

By: Nov 21st, 2019 12:20 am

सुंदरनगर – सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग उपमंडल सुंदरनगर के तहत आने वाली सुंदरनगर शहरी क्षेत्र की आधी से अधिक आबादी पेयजल के बिलों का भुगतान नहीं करती है।  ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं के मुकाबले शहरी क्षेत्र की जनता बुद्धिजीवी होने के साथ विभाग व सरकार के प्रति सजग नहीं है, जिसके चलते विभाग के लंबित बिलों का भुगतान की अदायगी का आंकड़ा 14 लाख से ऊपर पहुंच चुका है और इस मर्तबा विभाग ने ऐसे उपभोक्ताओं को सबक सिखाने का पूरा मन बना लिया है। विभाग ने दो टूक शब्दों में चेताया है कि अगर एक माह के भीतर भीतर लंबित बिलों की अदायगी नहीं की गई, तो मजबूरन विभाग को पेयजल कनेक्शन अस्थायी तौर पर काटने के लिए विवश होना पड़ेगा। विभाग के सहायक अभियंता ईं. रजत कुमार शर्मा का कहना है कि इतना ही नहीं, बल्कि सरकारी विभागों में सबसे ज्यादा पेयजल बिलों की अदायगी का पैसा काफी समय से लटका पड़ा है, जिसमें सबसे पहले नंबर पर लोक निर्माण विभाग और दूसरे नंबर पर राजकीय बहुतकनीकी कालेज, बिजली बोर्ड व राजस्व विभाग समेत अन्य कई और विभागों के नाम शामिल हैं, लेकिन उक्त विभागों का आंकड़ा आठ से दस लाख रुपए तक पेयजल बिलों के भुगतान को लेकर लंबित पड़ा है। बार-बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद  विभागीय अधिकारियों पर कोई असर होता नजर नहीं आया है। इतना ही नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के मुकाबले शहरी क्षेत्र के उपभोक्ता के बिल जमा करवाने में खासी दिलचस्पी लेते हैं, जिसके कारण शहरी क्षेत्र में बिलों की अदायगी का ग्राफ  दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि 5000 से अधिक उपभोक्ता शहरी क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति कर रहे हैं और विभाग ने पेयजल के कनेक्शन लगाए हुए हैं, 1900 उपभोक्ताओं ने मीटर प्रणाली को अपनाए हुए हैं, लेकिन दो हजार से अधिक उपभोक्ता पेयजल के बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं और इतने ही उपभोक्ता ने आज तक पेयजल के कनेक्शन के लिए मीटर भी नहीं लगाए गए हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं को सचेत किया है कि वे जल्द से जल्द अपने पेयजल के कनेक्शनों को मीटर युक्त करें और साथ में ही लंबित बिलों का भी भुगतान करें, ताकि विभाग चरणबद्ध तरीके से सरकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह से सक्षम हो सके।


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