पायलट का लाइसेंस कैंसिल

डोभी पैराग्लाइडर क्रैश मामले में पर्यटन विभाग की कार्रवाई, अन्य एजेंसियों की जांच शुरू

मनाली –डोभी पैराग्लाइडर क्रैश मामले में पर्यटन विभाग ने पैराग्लाइडर के पायलट का लाइसेंस कैंसिल कर दिया है। दूसरी तरफ विभाग ने एक टीम का गठन कर घाटी मंे पैराग्लाइडिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने वाली एजेंसियांे के दस्तावेज जांचने शुरू कर दिए हैं, वहीं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी यह सपष्ट कर दिया है कि, जो भी जांच के दौरान डिफाल्टर पाया जाएगा, उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। ऐसे में पैराग्लाइडिंग एजेंसियों की दिक्कतें अब बढ़ने वाली हैं। जिला में पिछले कुछ समय से लगातार हो रहे हादसों को ध्यान में रख जहां सरकार ने पैराग्लाइडिंग एजेसियांे पर नजर रखने की बात संबंधित विभाग को कही है, वहीं पैराग्लाडिंग करवाने वाली एजेसियों का पंजीकरण व पायलट के लाइसंेस की जांच भी नियमित तोर पर होगी। कुल्लू-मनाली में पर्यटन विभाग के पास जहां 24 पैराग्लाइडिंग एजेंसियां पंजीकृत हैं, वहीं 358 पायलट रजिस्टर हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पैराग्लाइडिंग एजेंसियों के संचालकांे को कहा गया है कि बिना अनुभव व बिना लाइसेंस के किसी भी पायलट को न रखें। उल्लेखनीय है कि कुल्लू-मनाली में पिछले कुछ समय से जहां सैलानियों का रुझान साहसिक खेलों की तरफ बढ़ा है, वहीं जिला के सैकड़ों युवाओं को इससे रोजगार भी मिला है। ऐसे में बात यहां चाहे रिवर राफ्टिंग की हो या पैराग्लाडिंग की। दोनों ही सहासिक खेलों की तरफ पिछले कुछ समय से सैलानियों ने अपनी खासी रुचि दिखाई है। जिला में खराहल, बंदरोल, डोभी, सोलंगनाला मंे पैराग्लाइडिंग करवाई जाती है, वहीं इस स्थलों पर सैलानियों की भीड़ अकसर देखी जा सकती है। सरकार ने जहां साहासिक खलों से भी मनाली के पर्यटन को जोड़ने का प्रयास किया है, वहीं पिछले कुछ समय से पैराग्लाइडिंग को लेकर कुछ हादसे भी सामने आए हैं, जिसमें अधिकतर मामलों में सैलानियों की मौके पर ही मौत हुई है। ऐसे मंे अब हादसों से सब लेते हुए पर्यटन विभाग ने पैराग्लाइडिंग एजेंसियों के दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है, वहीं डिफाल्टरों को ब्लैक लिस्ट करने की भी योजना बनाई गई। उधर, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बीसी नेगी का कहना है कि डोभी पैराग्लाइडर क्रैश मामले मंे विभाग ने पायलट का लाइसंेस कैंसिल कर दिया है। उन्होंने बताया कि विभाग की टीम ने जहां पैराग्लाइडिंग एजेंसियों के दस्तावेज की जांच शुरू की है, वहीं नियमों पर खरे नहीं उतरने वाली एजेंसियों के खिलाफ मौके पर ही कार्रवाई करने की भी योजना बनाई गई है। बहरहाल पैराग्लाइडिंग एजेंसियों की अब दिक्कतें बढ़ती नजर आ रही हैं।