प्रयास सोसायटी को मिला राष्ट्रीय सम्मान

पांवटा साहिब – प्रदेश के जिला सिरमौर की प्रयास सोसायटी को जल संरक्षण के क्षेत्र में परंपरागत तरीकों सहित नए प्रयास करने पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया है। इस सम्मान ने जिला सिरमोर को गौरवान्वित किया है। जानकारी के मुताबिक भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2019 का आयोजन कोलकाता में किया गया। जिसमें विभा वाणी के नेतृत्व में हिमाचल के विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों ने भाग लिया। इस महोत्सव का एक उद्देश्य सर्वजनों तथा सामाजिक परिवर्तन में प्रौद्योगिकी की भूमिका का प्रसार करना था। अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर की प्रयास सोसायटी के महासचिव धीरज रमोल को पानी के क्षेत्र में परंपरागत तरीकों सहित नए प्रयास करने पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभा वाणी भारत के कार्यकारी अध्यक्ष एनपी राजीव के नेतृत्व में सभी राज्यों के समन्वयक की केंद्रीय बैठक का आयोजन भी किया गया जिसमें विज्ञान के योगदान को समाज तक पहुंचाने की रूपरेखा पर विचार किया गया। विभा वाणी हिमाचल चेप्टर की जिला कांगड़ा से संबंधित समर्पण की प्रतिनिधि अनीता शर्मा, जिला सिरमौर की जगत रमोल, प्रेमलता चौहान, सुशील दत्त, बिलासपुर के राकेश कुमार, सुनीता देवी, मीनाक्षी शर्मा, कुल्लू के योगेंद्र ठाकुर, चने राम नलवा, मंजेशवरी देवी, किन्नौर के भीष्म देवी तथा मंडी से कपिल कुमार ने हिमाचल प्रदेश के प्रतिभागी के रूप में इस महोत्सव में शिरकत की। राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश के प्रतिभागी सामाजिक संगठनों के 19 प्रतिनिधियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया तथा उन्हें आयोजकों द्वारा प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए गए। हिमाचल प्रदेश समन्वयक धीरज रमोल ने बताया कि विज्ञान के क्षेत्र में अपनाए जा रहे नवाचारों से समाज को अवगत करवाने के लिए विभा वाणी निरंतर प्रयासरत रहेगी। सोसायटी के महासचिव धीरज रमौल ने बताया कि उन्होने पूरे प्रदेश से पारंपरिक बावडि़यों का डाटा लिया तो पता चला कि हमारे प्रदेश में 60 प्रतिशत बावडि़यां सूख चुकी है। सिर्फ 40 प्रतिशत बावडि़यां बची हुई हैं। उनको कैसे बचाए रखना है इस मुहिम पर सोसायटी कार्य कर रही है।