मंडी में दो लाख 86 हजार को टीबी

क्षय रोग के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में स्थापित किए कफ कॉर्नर, टीबी मुक्त हिमाचल अभियान के तहत घर-घर आएंगी अब टीमें

मंडी – मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के तहत मंडी में टीवी मुक्त हिमाचल अभियान पखवाड़ा द्वितीय चरण शनिवार को शुरू हो गया। जिलाभर में अभियान 30 नवंबर तक चलेगा। इस बाबत मुख्य चिकित्साधिकारी मंडी डा. जीवानंद चौहान ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत मंडी जिला की कुल 11 लाख जनसंख्या में से एक चौथाई करीब दो लाख 86 हजार लोगों को क्षय रोग निदान के चिन्हित किया गया है। इसमें सभी 11 खंडों में 61 स्वास्थ्य टीमों को गठित की गई है, जो कि चिन्हित जनसंख्या के घर-घर जाकर बलगम के नमूने एकत्रित करेंगे। इसके उपरांत उक्त सैंपल नामित सूक्ष्मदर्शी केंद्रों में जांच के लिए जाएंगे। इसके अलावा क्षेत्रीय चिकित्साल व मेडिकल कालेज नेरचौक सहित नागरिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 15 कफ कार्नर स्थापित किए गए हैं। हर कार्नर पर सुबह नौ से शाम पांच बजे तक दो-दो प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैनात रहेंगे, जिन रोगियों के सैंपल पॉजिटीव पाए जाएंगे। उनको निःशुल्क क्षयरोग की दवाई व उपचार किया जाएगा। इसके अलावा क्षेत्रीय अस्पताल मंडी, आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं अस्पताल नेरचौक में एक-एक कैबनिट मशीन स्थापित की गई है। उक्त स्थान पर चौबिस घंटे पूरे सप्ताह बलग की जांच की जाएगी। जिन संभावित रोगियों  के बलगम के नमूने सूक्ष्मदर्शी केदं्रों में नेगेटिव पाए जाएंगे। उन सभी के बलगम का परीक्षण कैबनिट मशीनों में किया जाएगा। टीबी रोग की पुष्टि होने पर सभी मरीजों को टीबी मार्ग रोग की मार्गदर्शी सूचि के अनुसार पूरा उपचार निःशुल्क दिया जाएगा। इस बारे में क्षयरोग अधिकारी डा. अरिंदम रॉय ने बताया कि कार्यक्रम को प्रभावी सफल बनाने के लिए टीम का गठन किया गया है। गठित टीम का पूरा सहयोग किया जाएगा। इसके अलावा मुख्य चिकित्साधिकरी, जिला स्तर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी व जिला क्षय रोग अधिकारी निरीक्षण करेंगे। उधर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. जीवानंद चौहान ने समस्त लोगों, स्वयंसेवियों, पंचायत प्रतिनिधियों, महिला मंडलों सहित अन्य से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आग्रह किया है।