मछुआरों को न लाइफ जैकेट और न ही पेंशन

नगरोटा सूरिया  – पौग झील में मछुआरे लंबे समय से मछली पकड़ने का काम कर रहे हैं, उन्हें कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है और हमेशा हर पल खतरे में कार्य करते हैं, न तो मछुआरों के पास कोई लाइफ जैकेट होती है ,न कोई पेंशन की सुविधा है, न ही और कोई सरकार द्वारा उन्हें कोई सहयोग मिलता है। सुबह कई किलोमीटर पैदल चलकर तथा कुछ मछुआरे ठंड में अपनी-अपनी साइकिल पर बैठकर लंबा सफर करके झील के किनारे पहुंचते हैं और अपनी-अपनी  नावों के साथ झील में मछली पकड़ते हैं। कई किलोमीटर फैले इस पौंग डैम में उन्होंने अपने- अपने जाल लगाए होते हैं, लेकिन बहुत से मछुआरे मछली न मिलने के कारण खाली हाथ लौटते हैं।उधर, झील के किनारे आजकल सैकड़ों की संख्या में आवारा पशु तथा कुछ लोगों ने अपने पालतू पशु भी छोड़े होते हैं, जिनके कारण भी वहां पर खड़ी मछुआरों की नावों को ये पशु नुकसान पहुंचाते हैं, वही आजकल भारी संख्या में झील के किनारे प्रवासी पक्षी भी पहुंच चुके हैं, जब मछुआरे अपनी नावों को लेकर झील के किनारे पहुंचते हैं, तो उनकी आवाज को सुनकर ये पक्षी उड़ना शुरू हो जाते हैं, जिससे नजारा देखने वाला होता है।