माहूंनाग की शरण में जाएगा समाहल

बुजुर्ग संग की कू्ररता पर पछता रहे ग्रामीण, देवता से राह दिखाने को लगाएंगे गुहार

सरकाघाट – सरकाघाट उपमंडल के समाहल गांव में वृद्धा से हुई क्रूरता और अन्य लोगों को प्रताडि़त करने की घटनाओं के बाद पंचायत के लोग अपने किए पर पछता भी रहे हैं। इस मामले में सलाखों के पीछे बंद 24 लोगों को भी अब पछतावा हो रहा है। लोगों को इस बात का अफसोस है कि सब लोग चंद लोगों की बातों में आकर देवता के नाम के आदेश मानते रहे। इन सारे हालातों के बाद फिर से नई शुरुआत और आगे का रास्ता मांगने के लिए पंचायत के लोगों ने देवता माहूंनाग के मूल मंदिर तरौर जाने का निर्णय लिया है, ताकि अब हालातों को आगे के लिए ठीक किया जा सके। मूल स्थान जाकर लोग देवता से एक उचित पुजारी नियुक्ति करने का भी आग्रह करेंगे। शनिवार को इस संबंध में ग्राम पंचायत गाहर के बड़ा समाहल, छोटा समाहल और पट्टा के समस्त ग्रामीणों की सामूहिक बैठक बड़ा समाहल गांव के महिला मंडल भवन में आयोजित की गई, जिसमें पंचायत प्रधान कुलदीप शर्मा, उपप्रधान उदय कुमार और तीन वार्डों के वार्ड पंचों प्रताप सिंह, शेर सिंह और कृष्ण चंद सहित अन्य ग्रामीणों ने भाग लिया। इस बैठक में 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला राजदेई के साथ की गई बर्बरता की घोर निंदा की गई और पुलिस से भी आग्रह किया कि वह निर्दोष लोगों को बिना किसी कारण के प्रताडि़त न करे। बैठक में निर्णय लिया गया कि गांव के करीब एक दर्जन के करीब लोग आगामी रविवार को बड़ा देव, जिनका मूल स्थान तरौर चैलचौक में स्थित है, की शरण में जाएंगे और उपरोक्त प्रभावित गांवों की खुशहाली और आपसी भाईचारे के लिए प्रार्थना करेंगे। साथ ही गाहर पंचायत में मूल देव मंदिर से देवता के उठाए हुए तीन रथों को जो वर्तमान में पूर्व पुजारी के पुराने समय के मकान में हैं, उन्हें मंदिर में स्थापित करने की भी आज्ञा मागेंगे। साथ ही मंदिर में पूजा-पाठ और अन्य धार्मिक गतिविधियों के लिए पुजारी की नियुक्ति के लिए भी आदेश, समय और तिथि निश्चित करने की भी देवता से प्रार्थना करेंगे।

बेवजह नहीं करेंगे किसी को भी गिरफ्तार

मामले की जांच कर रहे डीएसपी सरकाघाट ने अपने स्टाफ  के साथ शनिवार को भी पंचायत लोगों को एकत्र कर उनसे बातचीत की और उन्हें समझाया कि लोग किसी प्र्रकार के अंधविश्वास में न आएं। उन्होंने कहा कि पुलिस बेवजह किसी को  भी गिरफ्तार नहीं करेगी। डीएसपी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने राजदेई के साथ हुई घटना से संबंधित स्थान को लेकर फिर से निरीक्षण किया है और राजगोपाल के घर की स्थिति का एक बार फि र निरीक्षण किया गया है। दोनों घटनाओं से संबधित कारणों को लेकर एक दर्जन भर लोगों के बयान कलमबद्ध किए हैं।