रोहतांग दर्रा खुलते ही दनादन दौड़ी गाडि़यां

खून जमा देने वाली ठंड के बीच बीआरओ के जवानों को चौथी बार हाथ लगी कामयाबी, केलांग में जश्न का माहौल

केलांग – मिशन रोहतांग पर डटे बीआरओ को चौथी बार दर्रा बहाल करने में कामयाबी हाथ लगी है। दर्रा बहाल होते ही मंगलवार को दो दर्जन से अधिक वाहनों को जहां दर्रे से पार करवाया गया, वहीं प्रशासन ने प्राथमिकता के अधार पर पहले दिन लाहुल से वाहनों को मनाली भेजा। हालांकि दर्रे पर सफर करना जहां जोखिम भरा बना हुआ है, वहीं बुधवार को मनाली की तरफ से भी वाहनों को लाहुल भेजा जाएगा। रोहतांग दर्रे की बहाली के लिए बीआरओ ने दिन-रात एक कर खून जमा देने वाली ठंड में काम कर रिकार्ड समय में दर्रा बहाल कर कबायलियों को राहत पहुंचाई है। जानकारी के अनुसार रोहतांग दर्रे की बहाली में जुटे बीआरओ के जवानों ने दर्रा सोमवार देर रात बहाल कर दिया था, लेकिन दर्रे पर वाहनों की आवाजाही को बीआरओ ने ग्रीन सिग्नल मंगलवार को दिया। लिहाजा दर्रे के बहाल होने की सूचना जैसे ही लाहुल के लोगों तक पहुंची, तो जिला मुख्यालय केलांग में जश्न का माहौल बन गया। इससे लोगों के मायूस चेहरों पर भी रोनक लौट आई। बता दें कि रोहतांग दर्रा बंद होने से लाहुल का संपर्क अन्य जिलों से कट जाता है, वहीं यह पहला अवसर है, जब बीआरओ नवंबर में भी दर्रा लगातार बहाल कर रहा है। हालांकि बीआरओं ने ऐसे संकेत दे दिए हैं कि इस बार दर्रे पर बर्फबारी हुई, तो दर्रा बहाल करना मुश्किल हो जाएगा। बता दें कि प्रदेश सरकार ने जहां रोहतांग टनल से हर रोज एचआरटीसी की बस सेवा शुरू की है, वहीं यह शर्त भी रखी है कि बर्फबारी होते ही यह बस बंद कर दी जाएगी। बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि बीआरओ ने कड़ी मेहनत कर चौथी बार रोहतांग दर्रा बहाल किया है। अब बर्फबारी होती है, तो रोहतांग दर्रा बहाल करना मुश्किल हो जाएगा। उधर, एसडीएम रमन घरसंगी का कहना है कि लाहुल प्रशासन के आग्रह पर मंगलवार को लाहुल में फंसे वाहनों को प्राथमिकता के अधार पर मनाली की तरफ भेजा गया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे मौसम देखकर ही रोहतांग का रुख करें।

टनल से नहीं गुजरेंगे निजी वाहन

रोहतांग दर्रे पर मंगलवार दोपहर बाद जहां एक बार फिर बादलों ने डेरा डाल दिया, वहीं दर्रे से गुजर रहे लोगों में भी दर्रा बंद होने का डर पैदा हो गया। लोगों का कहना है कि रोहतांग बहाल होने से पहले ही इसके बंद होने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में लाहुल के लोगों को रोहतांग के खराब मौसम ने एक बार फिर डरा डाला है। बीआरओ ने रोहतांग टनल से निजी वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी है। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि पहले जनिजी वाहनों को एमर्जेंसी के तौर पर भेजा जा रहा था, लेकिन बस सेवा शुरू होने के बाद निजी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। अब रोहतांग टनल से लोगों को एचआरटीसी में सफर कर ही गुजरना पड़ेगा।