विदेश में फंसा नगरोटा का युवक

सउदी अरब में कंपनी ने रोका, वतन आने को तड़प रहा नौजवान

पालमपुर-नगरोटा बगवां के एक गरीब  परिवार की घटा देवी गत आठ वर्षों से अपने छोटे बेटे का विदेश से लौटने का इंतजार कर रही है। मां को अपने बेटे का चेहरा देखना नसीब होगा भी या नहीं, यह सब कुछ भारतीय दूतावास के प्रयासों पर निर्भर करता है। हालांकि मानसिक रूप तनाव ग्रसित    विजय कुमार ने शनिवार रात ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है। विदेश में पैसा कमाने की चाहत को लेकर नगरोटा का अविवाहित युवक विजय 2011 में सउदी अरब चला गया था। सउदी अरब में अल उमैर ट्रेडिंग एंड कांट्रैक्टिंग कंपनी में इस युवक को लोडर आपरेटर की नौकरी बिना लाइसेंस व बिना बीमा के मिल गई, लेकिन दुर्भाग्यवश इसी बीच कड़ी मेहनत से काम करते हुए उसका एक साथी बांग्लादेशी मोहम्मद इस्लाम की लोडर से नीचे गिरने से मौत हो गई। इसी बीच इस युवक को पुलिस पकड़ कर ले गई, लेकिन 20 दिन कि जांच के बाद नगरोटा का यह युवक फिर उसी कंपनी में काम पर लौट आया। तीन साल का कांट्रैक्ट पूरा होने के बाद   विजय कुमार ने अपने वतन लौटने की बात कंपनी से कही, तो कंपनी ने उसे छह माह और का काम करने के लिए कहा। इसके बाद जब इस युवक ने फिर से भारत जाने की बात कही, तो कंपनी ने उसे जवाब दिया कि अभी तुम्हारा केस चल रहा है, इसलिए आप इंडिया नहीं जा सकते। जब तक बांग्लादेश दूतावास से मृतक इस्लाम का लीगल हेयर की क्लीयरेंस नहीं होती है, तब तक वह वतन नहीं लौट सकता। इस संबंध में नगरोटा के रोंखर गांव के पीडि़त के पिता रामचंद व परिजनों ने बताया कि इस मामले को लेकर कई बार सांसद किशन कपूर से भी मिल चुके हैं।