समाहल, बड़ा समाहल व पट्टा के ग्रामीणों ने सीएम से राहत को लगाई गुहार

पानी के बिल ने उड़ाए गाहर के होश

सरकाघाट  – सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में एक या डेढ़ वर्ष और शहरी क्षेत्र मंे छह माह बाद इकट्ठा भारी भरकम पानी का बिल थमाने से उपभोक्ता हैरान हैं। ग्राम पंचायत गाहर के प्रधान कुलदीप शर्मा, खाहन से राजिंद्र शर्मा, समसौह से नरैण सिंह, चंदैश से अमृत सिंह व कृष्ण, गाहर से कालीदास, मुनीलाल, रतनी देवी, विनोद कुमार, राजकुमार, तेजनाथ और देवराज आदि ने बताया कि पानी का बिल इतना ज्यादा आया है कि आम आदमी बिल भरने मंे असमर्थ महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि समाहल, बड़ा समाहल व पट्टा तीन गांव के लोगों को पानी की नियमित सप्लाई देने के लिए भारी मांग के बावजूद विभाग वाटर गार्ड नियुक्त नहीं कर सका, तो तीनों गांव के लोग अपने पैसे पर तीन वर्षों से वाटर गार्ड नियुक्त कर काम चला रहे हैं। उन्होंने विभाग से मांग की है कि तीनों गांव के लोगों के बिल माफ  किए जाएं और भविष्य में बिजली के बिलों की तरह एक या दो माह में पानी के बिल दिए जाएं। उधर, सरकाघाट नगर विकास समिति के अध्यक्ष सोहन लाल गुप्ता, जसवीर सिंह वर्मा, राम प्रकाश, हरिदास प्रजापति, कश्मीर सिंह, बालम कौंडल आदि ने कहा कि जून माह के बाद अभी उन्हें पानी के बिल नहीं मिले हैं और पिछले वर्ष दिसंबर के बाद जून में बिल दिए गए थे और बिल इतने ज्यादा थे कि आम आदमी को बिल का भुगतान करना मुश्किल हो गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि भविष्य में उपभोक्ताओं को हर माह बिल दिया जाए, ताकि ग्राहकों को बिल देने में कोई परेशानी न हो। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिशाषी अभियंता एलआर शर्मा ने बताया कि स्टाफ  की कमी के चलते बिल देने मंे देरी हुई। भविष्य में समय पर बिल आबंटित किए जाएंगे।