सूरी गांव की तरफ भी नजर घुमाए सरकार

अंब – अंब उपमंडल से लगभग 25 किलोमीटर दूर पहाड़ी तराई क्षेत्र सूरी गांव अंब उपमंडल धार्मिक पर्यटन विकास की मुख्यधारा से जोड़ने पर पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र बनाया जा सकता है। सूरी पंचायत के समीपवर्ती लगभग एक दर्जन छोटे-बड़े गांव जबैहड़, कड़प-गुग्गा, टकोली, भलौण, बैरियां, पोलियां-पुरोहिता, चकसरांय, रपोह, अकरोट, धार-गुजरां, मैड़ी-नलोह, हमीरपुर-अंब मुख्य मार्ग स्थित ज्वार-राजपुर-मैड़ी- सूरी लिंक  रोड से भी सीधे सूरी गांव पहुंचा  जा सकता है। सूरी गांव भिंडला-सोहारी टकोली, तलमेहड़ा-अंबेहड़ा गांवों से भी सीधे तौर पर जुड़े  होने से मुख्य केंद्र है। सूरी  गांव की  जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जटिल विषमताओं का शिकार होकर बदहाली का शिकार है। यहीं कारण है कि इस दुर्गम क्षेत्र में अस्पताल, कालेज, पैट्रोल पम्प, बैंक, सब-तहसील, ग्रामीण खेल मैदान सुविधाओं से वंचित रहा है। क्षेत्रवासियों ने   प्रदेश सरकार से मांग की है कि  आने वाले शैक्षणिक सत्र से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सूरी में ही  उपलब्ध  कमरों और बड़े हाल  में बीए प्रथम वर्ष एवं बीकाम की कालेज कक्षाओं को शुरू किया जाए्र ताकि ग्रामीण छात्राओं को कालेज की  पढ़ाई हेतु दूर न

जाना पड़े।