ऊना… नशे से दूर रहें छात्र

ऊना – मादक द्रव्य एवं मदिरा व्यसन की रोकथाम को लेकर चलाए जा रहे विशेष जागरूकता अभियान के तहत गुरुवार को कल्याण भवन ऊना में शिविर का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता जिला कल्याण अधिकारी सुरेश शर्मा ने की। प्रतिभागियों को संबोंधित करते हुए जिला कल्याण अधिकारी सुरेश शर्मा ने कहा कि मानव जीवन वास्तव में ईश्वर की देन है और सुख-दुख जीवन के दो महत्त्वपूर्ण पहलू हैं। उन्होंने कहा कि अकसर देखा गया है कि दुख की घड़ी में मनुष्य जल्दी विचलित हो जाता है और अपना गम भुलाने के लिए नशे का सहारा लेने लगता है। उन्होंने कहा नशे का सेवन कुछ क्षणों के लिए तो हमारे गम भुला सकता है, लेकिन यह एक स्थाई समाधान नहीं है। नशे का सेवन वास्तविक तौर पर नुकसान ही पहुंचाता है। यह व्यक्ति के शारीरिक एवं बौद्धिक विकास व स्मरण शक्ति को क्षीर्ण बनाकर उसकी रचनात्मकता को नष्ट करता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी सतनाम सिंह ने प्रतिभागियों को नशा न करने और अन्यों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करने हेतु शपथ दिलाई और कहा कि धूम्रपान करने से कैंसर, दमा, खांसी व हृदय रोग सहित कई अन्य ला-ईलाज रोग पैदा होते हैं। वहीं, बीड़ी-सिगरेट से फैलने वाला धुआं अप्रत्यक्ष रूप से अन्यों को भी प्रभावित करता है और वे भी भयानक रोगों की चपेट में आ जाते हैं। इस मौके पर रीता एंड पार्टी ने नुक्कड़-नाटक के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों बारे जागरूक किया। इस अवसर पर डा. अजय अत्री ने नशे के सेवन से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा डा. किरण शर्मा आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी, सीडीपीओ ऊना हरीश मिश्रा, तहसील कल्याण अधिकारी कुलदीप सिंह दयाल, मास्टर ट्रेनर रविंद्र कुमार, एएसआई जगदीश कुमार ने भी नशे के दुष्प्रभावों बारे अपने विचार व्यक्त किए।