किन्नौर पर सफेद आफत…19 सड़कें अब भी ठप

जिला के कई इलाकों में नहीं दौड़ पाईं बसें, शीतलहर का प्रकोप बढ़ा, कई जगह प्राकृतिक स्रोत जमे

रिकांगपिओ – शनिवार सुबह के वक्त छाए हल्के बदलो के बाद समूचा किन्नौर में मौसम साफ रहा। शुक्रवार रात को किन्नौर के माध्यम व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ पड़ने से अधिकांश सम्पर्क सड़क मार्ग अवरुद रहे। किन्नौर के 19 संपर्क सड़क मार्गो पर शनिवार दूसरे दिन भी हिमाचल परिवहन निगम की बसे नहीं चल पाई। सिर्फ उरनी, निचार, कटगांव सहित बड़ा कम्बा संपर्क सड़क मार्गों पर ही शनिवार को निगम की बसे चल पाई है। शनिवार को रिकांगपिओ आदि क्षेत्रों में विधुत आपूर्ति सामान्य रहने के साथ साथ लंबी दूरी की बसे भी आती जाती रही।   पूरे जिला में ठंड का प्रकोप बढ़ने से पूरा जिला शीतलहर की  चपेट में आ गया है। अत्यधिक ठंड बढ़ने से कई पेयजल स्त्रोतों के जमाने से कुछ एक ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पेयजल के लिए असुविधाएं भी उठानी पड़ रही है। किन्नौर जिला में इस वर्ष सर्दियों के शुरुआती दिनों में ही बर्फबारी होने से किन्नौर के कुछ एक सेब बागबान अब तक अपनी नकदी फसल सेब का तुड़ान भी नही कर पाए है। यह मंजर किन्नौर जिला के कल्पा में देखा जा सकता है। यहां पर कुछ एक बागबानों के सेब इन दिनों पेड़ो में ही पड़े है जबकि इस क्षेत्र में करीब डेढ़ फीट बर्फ  दर्ज किया जा रही है। इस संबंध में उद्यान विकास अधिकारी किन्नौर डा. जगत नेगी ने बताया कि इस वर्ष किनौर जिला से करीब 28 लाख 500 के करीब सेब की पैटिया देश के विभिन्न मंडियों अब तक भेजी जा चुकी है। इस समय किन्नौर में सेब सीजन तकरीबन क्लोज हो चुका है। जिन बागवानों के बगीचों में अभी सेब नही तोड़ा गया है शायद व बागबान अपने निजी कारणों से अब तक सेब का तुड़ान नहीं कर पाए होंगे।