गतिरोध खत्म…प्रश्नों से तपा तपोवन

धौलाधार की ठंडक तपोवन में कर गई असर, विधानसभा सत्र में सरकार ने लिए कड़े फैसले

धर्मशाला-धर्मशाला के तपोवन में चल रहे हिमाचल प्रदेश की 13वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान पिछले दो दिनों तक चला गतिरोध बुधवार को तीसरे दिन टूट गया। स्वामी चिन्मायंनद की तपोभूमि रही तपोवन में धौलाधार की वादियों से चलने वाली ठंडी फिजाएं काम कर गई और विपक्ष ने ठंडक से सदन में बैठकर कार्यवाही में भाग लिया।  विपक्ष की मौजूदगी में सत्र के तीसरे दिन सुबह प्रश्नकाल सहित दोपहर भोजनावकाश के बाद भी सौहार्दपूर्ण माहौल में सदन की कार्यवाही चलती रही। सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के अलावा नियम 62 के तहत तीन महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में उठाया गया। इसके अलावा नियम 130 के तहत स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा हुई। सदन में तीसरे दिन चार विधेयक भी पुरस्थापित किए गए। प्रश्नकाल के समाप्त होने के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने उनके विधानसभा क्षेत्र हरोली के एक सरकारी स्कूल में शास्त्री अध्यापक द्वारा लड़कियों से छेड़छाड़ और मुख्यमंत्री के सिराज विधानसभा क्षेत्र के तहत सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के जातिगत भेदभाव का मुद्दा उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने इन दोनों मामलों में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि विद्या के मंदिरों में इस तरह के मामलों से बच्चों के भविष्य पर बुरा असर पड़ता है, इसलिए इन मामलों में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार को ऐसे मामलों में संलिप्त पाए जाने वालों के खिलाफ निलबंन की जगह बर्खास्त करने की कार्रवाई की जानी चाहिए, जिस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब देते हुए कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर व्यवस्था पर सदन में कार्यवाही पांच बजे के बाद एक घंटा आगे बढ़ा दी गई थी। इतना ही नहीं, देर रात क सदन की कार्यवाही प्रदेश में स्वास्थय सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए चलती रही, जिस पर सत्तापक्ष के विधायकों ने भी महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए।