छात्र में बंद पड़े मार्ग पर विवाद

प्रशासन के आदेशों के बाद भी बहाल नहीं हुआ मार्ग, स्थानीय लोगों में रोष

सुंदरनगर – उपमंडल सुंदरनगर के तहत आने वाली ग्राम पंचायत छात्र में बंद पड़े सड़क निर्माण कार्य को लेकर पनपा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भले ही प्रशासन ने हेम सिंह और खेम सिंह सहित अन्य लोगों की शिकायत पर पंचायत को दो दिनों के भीतर बंद पड़े मार्ग को बहाल करने के निर्देश दो दिसंबर 2019 को दे रखे हैं, लेकिन आधा माह बीत जाने के बाद भी अभी तक सड़क को बहाल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा है कि इतना ही नहीं, कई जगह पर यह मार्ग सात फुट और आठ फुट के बीच में भी निकाला गया है, लेकिन ऐसी जगह पर जनता की ओर से कोई भी आपत्ति सड़क निर्माण कार्य को लेकर नहीं है, लेकिन धरातल में प्रशासन के आदेश वर्तमान में भलीभूत होते नजर नहीं आए हैं। पंचायत द्वारा सरेआम प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। दूसरी ओर प्रशासन आगामी कार्रवाई करता हुआ नहीं दिखा है, जिससे स्थानीय लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। हेम सिंह, खेम सिंह समेत अन्य लोगों का आरोप है कि उनके दादा ने पंचायत को दस फुट के दायरे में अपनी मलकीयत भूमि पर सड़क बनाने का हलफनामा दिया है और उसके मुताबिक ही वहां पर सड़क का निर्माण कार्य किया गया है। बावजूद इसके भी पंचायत प्रतिनिधि अन्य लोगों को भटका कर सड़क को मलकीयत भूमि निकालने की बात कहकर बंद करवा रहे हैं, जोकि किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। उधर, बीडीओ सुंदरनगर मोहन शर्मा का कहना है कि दो दिसंबर को ग्राम पंचायत छात्र को इस मार्ग को बहाल करने के निर्देश दो दिनों के भीतर दे दिए गए हैं। अगर मौके पर रोड को बहाल नहीं किया गया होगा तो जल्द ही पंचायती राज अधिनियम के तहत आगामी कार्रवाई जनहित में अमल में लाई जाएगी। वहीं ग्राम पंचायत प्रधान मीना देवी का कहना है कि जिन लोगों की सड़क बनाने को लेकर मलकीयत भूमि आई है। उन लोगों ने अपनी-अपनी भूमि पर सामान फेंक रखा है। इस मसले में पंचायत का कोई भी रोल नहीं है।