जहां दरिंदगी, वहीं मारे दरिंदे

By: Dec 7th, 2019 12:16 am

हैदराबाद गैंगरेप-मर्डर के चारों आरोपियों का एनकाउंटर, दो पुलिसकर्मी घायल

 हैदराबाद-हैदराबाद में महिला पशु-चिकित्सक के साथ दुष्कर्म एवं हत्या मामले के सभी चारों आरोपी शुक्रवार तड़के शादनगर के चटनपल्ली में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। साइबराबाद पुलिस आयुक्त वीसीसी सज्जानर ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा कि यह घटना शुक्रवार तड़के तीन और छह बजे के बीच हुई है। पुलिस टीम पिछले चार दिनों से उनसे पूछताछ कर रही थी तथा 10 सदस्यीय पुलिस टीम उन्हें अपराध स्थल पर ले जाकर दिशा का मोबाइल फोन, घड़ी और पावर बैंक की तलाश में गई थी, जो उन्होंने चिकित्सक को जलाने के बाद वहीं छिपा दिया था। चारों आरोपियों ने उस समय भागने की कोशिश की, जब क्राइम सीन को रिक्रिएट करने के लिए उन्हें उस जगह ले जाया गया, जहां महिला चिकित्सक का शव मिला था। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके और उनसे हथियार छीनकर उन पर गोली चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने आत्म-रक्षा के लिए चारों आरोपियों-मोहम्मद अरीफ, नवीन, जोल्लु शिव और चिताकुंता चेन्नाकेशवुलु को गोली मार दी। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि ये सभी आरोपी पुलिस एनकाउंटर में ठीक उसी जगह मारे गए, जहां 10 दिन पहले महिला डाक्टर के साथ दरिंदगी की गई थी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि गैंगरेप आरोपियों द्वारा किए गए पथराव में एक पुलिस उप निरीक्षक और एक कांस्टेबल घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद एक अस्पताल में भेज दिया गया है। यह गोलीबारी सुबह पौने छह बजे से सवा छह बजे के बीच हुई थी। इन चारों आरोपियों का मुठभेड़ स्थल पर ही पोस्टमार्टम किया गया और पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप जाने थे, लेकिन आरोपियों के परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए शव लेने से इनकार कर दिया। अब चारों आरोपियों का अंतिम संस्कार भी तेलंगाना पुलिस ही करेगी। उधर, पुलिस के इस एनकाउंटर पर अंगुलियां भी उठने लगी हैं और राष्ट्रीय मानवाधिकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। आयोग ने कहा है कि उसका मानना है कि इस मामले की सावधानीपूर्ण जांच किए जाने की जरूरत है। इसे देखते हुए उसने अपनी जांच शाखा के महानिदेशक (जांच) को मौके का जायजा लेने तथा जांच के लिए एक दल तुरंत वहां भेजने का आदेश दिया है। यह टीम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में जाएगी और जल्द से जल्द रिपोर्ट देगी। आयोग ने कहा है कि इस घटना से पता चलता है कि आरोपियों को लेकर गए पुलिसकर्मी चौकस नहीं थे और इसके कारण हुए घटनाक्रम के चलते चार लोगों की मौत हो गई। आयोग ने कहा है कि ये चारों व्यक्ति पुलिस की हिरासत में थे और उनकी मौत आयोग के लिए चिंता का विषय है।  हालांकि देश भर में पुलिस की इस कार्रवाई पर जश्न मनाया गया और मिठाइयां भी बांटी गईं। गौरतलब है कि राज्य के एक सरकारी अस्पताल में सहायक पशु-चिकित्सक के रूप में कार्यरत 26 वर्षीय महिला का शव 28 नवंबर की सुबह शादनगर में जली हुई हालत में मिला था। साइबराबाद पुलिस ने 29 नवंबर को इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था और उन्हें 30 नवंबर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। महिला चिकित्सक के पिता ने चारों आरोपियों को मारने के लिए हैदराबाद पुलिस का आभार व्यक्त किया है। सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं और आम लोगों ने हैदराबाद दुष्कर्म एवं हत्या मामले के चारों आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान मारने पर साइबराबाद पुलिस आयुक्त वीसी सज्जानर की प्रशंसा करते हुए उन्हें ‘हीरो’ करार दिया। मुठभेड़ स्थल पर लोगों ने पुलिस के समर्थन में नारे लगाए और उनपर फूल भी बरसाए।

क्यों किया जाता है सीन का रीकंस्ट्रक्शन

पुलिस की ओर से सीन रीकंस्ट्रक्शन की कार्रवाई इसलिए की जाती है ताकि घटना की पूरी कडि़यों को जोड़ा जा सके और मौका-ए-वारदात के हर ऐंगल को जांचा परखा जा सके। पुलिस की ओर से यह जांच अदालती कार्रवाई में भी महत्त्ववूर्ण होती है और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के लिहाज से भी इसे अहम माना जाता है।

अब मिलेगी हमारी बच्ची की आत्मा को शांति

हैदराबाद। पुलिस एनकाउंटर पर खुशी जताते हुए हैदराबाद गैंगरेप पीडि़ता के पिता ने कहा कि मेरी बच्ची को मरे 10 दिन हो गए। मेरी बच्ची की आत्मा को अब शांति मिलेगी। मैं तेलंगाना सरकार को बधाई देता हूं। पीडि़ता की बहन ने कहा कि आरोपियों का एनकाउंटर हुआ है। मैं यह सुनकर बहुत खुश हूं। यह एक उदाहरण है।


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