ट्राही स्कूल में कैसे पढेंगे विज्ञान

By: Dec 7th, 2019 12:20 am

स्कूल में 13 वर्षो से नहीं है टीजीटी नॉन मेडिकल शिक्षक, छात्र तंग

शिमला – शिमला जिला के मिडल स्कूल ट्राही में 13 वर्षों से टीजीटी नॉन मेडिकल का अध्यापक न होने से इस स्कूल में ग्रहण करने वाले बच्चे साइंस व गणित की शिक्षा ग्रहण करने से वंचित हैं, परंतु विभाग द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि वर्ष 2006 में प्राथमिक पाठशाला ट्राही का दर्जा बढ़ाकर मिडल कर दिया था, परंतु इस स्कूल में तभी से लेकर स्टाफ  की बहुत कमी रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार हाल ही में इस स्कूल में शास्त्री अध्यापक की नियुक्ति की गई है, अन्यथा इस स्कूल में केवल एक व दो ही अध्यापक मिडल स्तर की कक्षाओं को पढ़ाते रहे हैं। इसके अतिरिक्त इस स्कूल में ड्राइंग मास्टर का पद भी वर्षों से रिक्त पड़ा है तथा स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा स्थानीय स्तर पर ड्राइंग मास्टर को रखा गया है, जिसके वेतन के लिए स्कूल के बच्चे एक सौ प्रति छात्र हर महीने चंदा अदा करते हैं। भाजपा बूथ अध्यक्ष प्रीतम ठाकुर, राजेश ठाकुर, देवेंद्र ठाकुर, रोशन लाल सहित अनेक ग्रामीणों ने सरकार से इस स्कूल में टीजीटी नॉन मेडिकल और ड्राईंग मास्टर के पद भरने की मांग की है, ताकि बच्चों को सांईस व गणित विषय पढ़ने के लिए एक प्रोफेशनल अध्यापक मिल सकें। उन्होंने बताया कि  यह स्कूल इस क्षेत्र का सबसे पुराना एवं करीब 60 वर्ष पुराना स्कूल है, और यह गौरव का विषय है कि इस स्कूल से शिक्षा ग्रहण करके अनेक व्यक्ति प्रदेश की उच्च पदों पर पहुंचे हैं। स्कूल के प्रभारी इंद्रपाल मेहता से जब इस बारे में बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मिडल स्कूल के लिए स्वीकृत पांच पदों में से दो रिक्त पड़े हैं, और इस स्कूल में छठी से आठवीं तक 14 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।


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