डाक्टर ने हिमकेयर का सामान बताया घटिया

शिमला – मुख्यमंत्री के पोर्टल पर आईजीएमसी में हिमकेयर कार्ड पर एक महिला का ऑपरेशन न किए जाने से जुड़े कथित आरोपों की शिकायत करने वाले मंडी निवासी योगेश के विजिलेंस ने बयान लिए हैं। विजिलेंस ने मंगलवार को योगेश कुमार को विजिलेंस मुख्यालय बुलाया था। योगेश से जांच टीम के सदस्य ने पूछा कि कब, किस डाक्टर ने हिमकेयर कार्ड पर महिला का ऑपरेशन न किए जाने को लेकर क्या बात की। योगेश ने बताया कि उनकी मासी घर पर सीढि़यों में गिर गई थी। रीढ़ में चोट लगने के चलते स्थानीय अस्तपाल से आईजीएमसी रैफर कर दिया, जहां डाक्टर ने ऑपरेशन करने को कहा। महिला का हिमकेयर योजना का कार्ड बना हुआ था और डाक्टर को उसे भी दिखाया गया, लेकिन कहा गया कि ज्यादा खर्चा होने से कार्ड की लिमिट खत्म हो जाएगी। यह भी कहा गया कि हिमकेयर के तहत मिलने वाला सामान घटिया है। इसलिए हिमकेयर कार्ड पर नहीं, बल्कि जेब से पैसे खर्च करवाकर ऑपरेशन का सामान करवाओ, जिसे रिकॉर्ड भी कर लिया गया था। विजिलेंस ने  रिकार्डिंग लेकर उसे कब्जे में ले लिया है और अब उसमें रिकॉर्ड आवाज की फोरेंसिक जांच करवाई जाएगी। पता लगाया जाएगा कि रिकार्ड की गई आवाज डाक्टर की ही है या नहीं। सुत्रों के अनुसार इसके बाद शिकायतकर्ता को आईजीएमसी भी बुलाया गया था। गौरतलब है कि सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस को सत्यता खंगालने को कहा है। सरकार के निर्देश पर जांच एजेंसी ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत करने वाले योगेश कुमार को विजिलेंस मुख्यालय बुलाया था, क्योंकि मीडिया में जाने से पहले इस गंभीर मामले में योगेश कुमार मुख्यमंत्री के पोर्टल और विजिलेंस में शिकायत कर चुके थे, जब शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नही की गई, तो आरोपों से जुड़ा वीडियो नरेश कुमार ने मीडिया में जारी किया था।

सरकार के गले की फांस बन गया यह केस

अब यह मामला सरकार के गले की फांस बन चुका है, क्योकि आईजीएमसी में हिमकेयर कार्ड पर एक महिला का ऑपरेशन न किए जाने और हिमकेयर के तहत मिलने वाले सामान पर सरकार के ही डाक्टर ने घटिया होने की बात कही थी, जिसे रिकॉर्ड कर लिया गया था। अब विजिलेंस की जांच शुरू होने के बाद यदि जांच के दौरान कथित आरोप सही पाए जाते हैं, तो कई चेहरों की दिक्क तें भी बढ़ सकती हैं।