डाडासीबा कालेज के छात्रों की सुने सरकार

गरली – बाबा कांशी राम राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा में गत करीब दस महीनों से लगातार एक साथ चार शिक्षकों व सात गैर शिक्षकों के पद रिक्त होने के कारण यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले तमाम 212 छात्र-छात्राओं के भविष्य पर तलवार लटक चुकी है। लिहाजा तपोवन धर्मशाला में  विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान डाडासीबा कालेज से  पीटीए अभिभावक एवं अध्यापक संघ का एक बड़ा दल प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर सवाल पूछेगा कि यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले तमाम मासूम बच्चों का इसमें क्या कसूर है जो इन्हें इतनी बड़ी सजा दी जा रही है। वहीं वर्ष 2019 का सत्र लगभग खत्म होने वाला है लिहाजा यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले 212 छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटकता देख अब अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं सोमवार को डाडासीबा में अभिभावक-अध्यापक संघ की प्रधान सुषमा देवी के नेतृत्व में जमा हुए दर्जनों अभिभावकों का आरोप है कि इस वर्ष का शिक्षा सत्र लगभग खत्म होने वाला है और ऐसे में यहां प्रदेश शिक्षा विभाग की नाकामी यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों की जिंदगी पर भारी पड़ने लगी है। वहीं अभिभावकों का आरोप है कि इस बारे कई बार विभाग के खिलाफ रोष-प्रदर्शन व लिखित शिकायत भी की, लेकिन नतीजा शून्य निकला। ग्रामीणों का आरोप है कि गत करीब तीन वर्ष पहले लोगों की चिरकाल से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए सरकार ने यहां कालेज तो खोल दिया था, लेकिन यहां रिक्त पदों को आज तक भरने की जहमत नहीं उठाई।

क्या कहता है कालेज प्रशासन

वहीं इस बारे जब बाबा कांशी राम राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा की प्राचार्या डाक्टर वीना गौतम से बात की तो टीचरों के खली पदों को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को लिखित मांग पत्र भेजे गए हैं लेकिन यहां स्टाफ की तैनाती नहीं हुई है।