नशा मौत का द्वार, नशे से हमेशा दूर रहें छात्र

ऊना – मादक पदार्थों के प्रयोग की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे विशेष जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ऊना के जांच दल ने जिला के कुछ संवेदनशील इलाकों का दौरा किया। स्वास्थ्य विभाग से डा. अजय अत्री और सहयोग संस्था के परियोजना प्रबंधक नरेंद्र प्रेमी सहित अन्य उपस्थित रहे। इस दौरान जांच दल ने कोटला में रेलवे ट्रैक के साथ लगते वीरान इलाकों, तपोवन तथा कोटला खुर्द में रेलवे पुल के आस-पास निरीक्षण किया। इस मौके पर इन स्थानों पर नशेडि़यों द्वारा प्रयोग किए गए इंजेक्शन की सूइयां, उपयोग की गई दवाइयों की बोतलें तथा अन्य नशीले पदार्थों के अंश पाए गए। डा. अजय अत्री ने कहा है कि किसी भी प्रकार का नशा अंततः मौत के द्वार पर ही पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि सूई के माध्यम से नशीले पदार्थों को शरीर में प्रवेश करवाने के लिए जब सूई का एक से अधिक व्यक्तियों द्वारा प्रयोग किया जाता है तो इससे कई अन्य संक्रात्मक रोग होने की संभावना भी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि इस कुरीति को जड़ से समाप्त करने और प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहा नशे विरोधी अभियान की सफलता के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर कार्य करना होगा। यदि कोई नशे की गिरफ्त में हो तो उसका प्यार और सहानुभूति के साथ मार्गदर्शन करना चाहिए। डा. अत्री ने कहा कि अपने परिवार तथा आस-पड़ोस में नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों बारे संवाद कायम कर जागरूकता लाई जा सकती है। नशे का अवैध व्यापार करने वालों की सूचना देने के लिए ड्रग फ्री हिमाचल ऐप की शुरुआत की गई है। इस ऐप को अपने मोबाइल पर प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इसके माध्यम से सूचना देने वाले का ब्यौरा पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाता है।