नागरिकता कानून के खिलाफ सोनिया के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मिले विपक्षी नेता, कहा- लोकतंत्र का हनन कर रही सरकार

By: Dec 17th, 2019 7:27 pm

नई दिल्ली –  नागरिकता कानून के खिलाफ 14 विपक्षी दलों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार इस ऐक्ट को लागू करने के लिए आम लोगों और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, जो सफल नहीं होगी। सोनिया गांधी ने कहा कि हमने राजधानी समेत देश भर में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते पैदा हुई स्थिति में राष्ट्रपति से दखल की अपील की। इन विरोध प्रदर्शनों के और बढ़ने की आशंका है। पुलिस ने जिस तरह से शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के खिलाफ हिंसा की, उससे हमें गहरा दुख पहुंचा है। सोनिया गांधी ने कहा, ‘पुलिस ने जिस तरह से छात्राओं की पिटाई की वह निंदनीय है और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। मोदी सरकार ऐक्ट को लागू करने के लिए लोगों की आवाज को दबाना चाहती है। यह विपक्ष और जनता को स्वीकार नहीं है।’ टीएमसी के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हमने राष्ट्रपति इस बिल को वापस लेने की अपील की है। 

येचुरी की प्रेजिडेंट से मांग, वापस लिया जाए ऐक्ट : सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि राष्ट्रपति देश के संविधान के कस्टोडियन हैं। हमने उन्हें संवैधानिक उल्लंघन के खिलाफ शिकायत की है और उन्हें आवेदन दिया है कि वह अपनी सलाह दें कि इस कानून को वापस लिया जाए। समाजवादी पार्टी के लीडर रामगोपाल यादव ने कहा कि हमने पहले ही आशंका जताई थी कि इससे देश में अशांति हो सकती है। वही हो रहा है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App