नारकंडा हुआ खुलाशौच मुक्त

केंद्र ने बाह्य शौचमुक्त घोषित किया, आवास और शहरी मंत्रालय ने तीन सर्वेक्षणों के बाद किया प्रमाणित

नारकंडा – जिला शिमला की प्रमुख पर्यटन नगरी स्नो सिटी नारकंडा अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। नारकंडा में वर्षभर देशी और विदेशी सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है। सर्दियों मे तो बर्फ के दीदार के लिये सैलानी और स्कीइंग प्रेमी बडी संख्या में नारकंडा का रूख करते है। ऐसे में नारकंडा को स्वच्छ बनाए रखना नगर पंचायत नारकंडा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा पिछले दो वर्षो से नारकंडा में स्वच्छ व बाह्य शौचमुक्त नगर का दर्जा देने के लिए सर्वेक्षण किए जा रहे थे। सारी औपचारिकताएं और मापदंडों को पूरा करने के बाद मंत्रालय द्वारा तीन सर्वेक्षणों के बाद नारकंडा को ओपन डिफेक्शन फ्री यानि बाह्य शौच मुक्त प्रमाणित किया गया है। नगर पंचायत नारकंडा अध्यक्ष कमलेश कैथला और उपाध्य़क्ष राज कंवल ने जानकारी देते हुए बताया कि नारकंडा को स्वच्छ रखने के लिए नगर पंचायत निरंतर प्रयासरत है। पिछले दो वर्षों से आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी स्वच्छता सहित अन्य दिशा निर्देशों को पूरा करके आज हम नारकंडा को बाह्य शौचमुक्त नगर का दर्जा दिलाने में सफल हुए हैं इसका श्रेय नगर पंचायत के प्रतिनिधियों, कर्मचारियों और क्षेत्र की जनता को जाता हैं। इनके प्रयासों व सहयोग से हमें सफलता प्राप्त हुई है। नायब तहसीलदार कुमारसैन व नगर पंचायत नारकंडा के सचिव रमेश चंद ने जानकारी देते हुए बताया कि नारकंडा में सात सार्वजनिक शौचालय है, जिसमें सात कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। आने वाले समय मे इन शौचालयों को हाइटेक किया जाएगा और जरूरत के अनुसार नये शैचालय का भी निर्माण किया जाएगा। नगर पंचायत ने सूचना भी जारी कर दी है कि यदि कोई भी व्यक्ति नारकंडा में खुले में शौच करते हुए पाया गया तो उसे 100 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। गौरतलब है कि नारकंडा विश्व की सबसे छोटी नगर पंचायत है जिसका क्षेत्रफल एक वर्ग किलोमिटर के दायरे मे सिमटा है और 2011 की जनगणना के अनुसार नारकंडा की आबादी मात्र 901 है। कम जनसंख्या होने के कारण नारकंडा को सरकार से विकास कार्यों के लिए कम धनराशि मुहैया कराई जाती है, जबकि पर्यटन स्थल व क्षेत्र की 15 पंचायतों का केंद्र बिंदू होने के कारण नारकंडा में लगभग  10 हजार लोगों की आवाजाही हर रोज होती है।

क्या है ओपन डिफेक्शन फ्री योजना

ओपन डिफेक्शन फ्री यानि खुले में शौचमुक्त। भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर गांव आदि को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से इस योजना का आरंभ किया गया है। इस योजना के तहत गांव एवं शहर के सभी घरों में शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही लोगों को इस बात की जागरूकता दी जा रही है कि शौच के लिए शौचालय का इस्तेमाल करें। शौचालय के इस्तेमाल से हमारा स्वास्थ्य एवं वातावरण स्वस्थ रहेगा।