नूरपुर में संतरे की बंपर पैदावार…. खुशबू से महक उठे बाजार

मौसम अनुकूल होने से फसल की अच्छी पैदावार, सड़क किनारे सजी दुकानों में जमकर संतरों की खरीददारी कर रहे लोग

नूरपुर – संतरे के उत्पादन की लिहाज से प्रदेश का छोटा नागपुर माने जाने वाले नूरपुर क्षेत्र में इस बार संतरे की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है और बेहतर फसल होने से संतरे की खुशबू से नूरपुर के बाजार महक उठे हैं।  अच्छी पैदावार होने की वजह से जगह-जगह संतरे को बेचा जा रहा है और लोग इसे हाथोंहाथ खरीद रहे हैं। इस बार मौसम का मिजाज अच्छा होने से बारिश समय पर व पर्याप्त मात्रा में होने के बाद अब धूप खिलने से संतरे का साइज व मिठास बढ़ रही है। अभी नूरपुरी संतरे ने अपना नारंगी रंग दिखाना शुरू कर दी है और क्षेत्र के विभिन्न बाजार इसकी खुशबू से महक रहे हैं। सड़क किनारे भी लोग अपने बागीचे के संतरे बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं।  अनुकूल मौसम होने से संतरे का साइज अच्छा है और यह 150 से 200 ग्राम तक या इससे भी ज्यादा का हो सकता है। स्वास्थ्य के लिए अच्छा माने जाने वाला संतरा जब अपनी संतरी आवा में आता है, तो यह देखते ही लाजवाब बनता है और इसका स्वाद व जायका लाजवाब रहता है। इस बार संतरे की बंपर फसल होने की उम्मीद है और संबंधित बागबान इस बात को लेकर बेहद खुश है। वहीं, उद्यान विभाग के जिला कांगड़ा के उपनिदेशक डा. दौलत राम वर्मा ने बताया कि इस बार जिला में संतरे की फसल की अच्छी पैदावार की संभावना है और दिसंबर 20 के बाद संतरे की मिठास बढ़ जाएगी।

संतरे की प्रजातियां

क्षेत्र में किन्नू संतरे की प्रमुखता से पैदावार होती है, क्योंकि यह पौधा जल्द अपनी फसल देने लग पड़ता है। इसमें रस भी ज्यादा होता है। इसके अतिरिक्त नूरपुर संतरा, माल्टा आदि भी पैदावार होती है।

यहां होती है पैदावार

नूरपुर क्षेत्र में भड़वार, जाच्छ, वासा, गनोह, सदवां, इंदपुर, इंदौरा, डागला, रैहन, छत्र, समलेट  व भोग्रवां सहित विभिन्न स्थानों पर  संतरे के बागीचे लगे हैं और यहां  संतरे की भारी पैदावार होती है।