पटरी से उतरी शहर की यातायात व्यवस्था

नाहन – नाहन शहर की पेयजल समस्या के निपटारे को लेकर भले ही शहर के सभी पेयजल टैंकों को आपस में जोड़ने के लिए शहर में युद्ध स्तर पर पाइप लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है, परंतु इस कार्य में लोक निर्माण, आईपीएच विभाग व जिला प्रशासन के नाक तले संबंधित ठेकेदार नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालत यह है कि नाहन शहर की मुख्य भाग्य रेखा सर्कुलर रोड नाहन को खोदकर तहस-नहस कर दिया गया है तथा शहर की यातायात व्यवस्था पूर्ण रूप से धराशाही हो गई है। शहर की सड़कों को बड़ी बेदर्दी से कुचलने का कार्य गुन्नूघाट से आरंभ किया गया है तथा पक्का टैंक व रानीताल गेट तक सड़क की ऐसी हालत कर दी गई है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। नियम के विरुद्ध सड़क की खुदाई जेसीबी से रात के अंधेरे में की जा रही है, जबकि नियम के मुताबिक शहर की आबादी वाले क्षेत्रों में जहां पर कई युटिलिटी सेवाएं सड़क के नीचे दबी होती हैं पर किसी भी सूरत में न तो लोक निर्माण विभाग न ही आईपीएच विभाग जेसीबी चलाने की अनुमति देता है। इस तरह के कार्य बकायदा टाइम मैन्युअल के तहत किए जाते हैं। करीब एक सप्ताह का समय हो चुका है तथा इस दौरान शहर की मुख्य सड़क को खोदकर तहस-नहस कर दिया गया है। हालत यह हो चुकी है कि शहर के लोगों को सुबह घर से निकलते हुए यह पता नहीं होता है कि शहर का मार्ग कहां पर बंद होगा। स्कूल के बच्चे निर्धारित समय पर स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं तथा जाम की स्थिति सड़क टूटने के कारण ऐसी हो चुकी है कि पुलिस कर्मी भी मौके पर मौजूद होने के बावजूद व्यवस्था नहीं बना पा रहे हैं। शहर के लोगों को इस बात को लेकर भी गुस्सा है कि पूरी सड़क को एक साथ खोदा जा रहा है, जबकि सड़क के आधे हिस्से को पहले खोदा जाना चाहिए था तथा उसे दुरुस्त करने के बाद उसके दूसरे हिस्से में खुदाई की जानी चाहिए थी। जानकारों का कहना है कि इस मामले में विभाग का आपसी सामंजस्य न होने के कारण इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। खुदाई के दौरान शहर के लोगों के दर्जनों पानी के कनेक्शन जहां टूट गए हैं तो वहीं टेलिफोन लाइनें भी ध्वस्त हो गई हैं।  यही नहीं खुदाई के कारण पानी के कनेक्शन टूट गए हैं, जिससे सड़कों पर हजारों लीटर पानी बहने से कीचड़ ने भी लोगों के नाक में दम कर दिया है।