पौंग के परिंदों का शोर… पूरी कांगड़ा घाटी सराबोर

अब तक झील में पहुंचे 65 प्रजातियों के 70 हजार से ज्यादा प्रवासी पक्षी, बार हैडेड गीज बना सैलानियों में आकर्षण

नगरोटा सूरियां  – एक बार फिर प्रवासी पक्षियों से पौंग झील गुलजार हुई। अब तक करीब इस झील में 65 प्रजातियों के करीब 70 हजार से अधिक प्रवासी पक्षी दस्तक दे चुके हैं। पहली बार  झील में एक ऐसा पक्षी देखा गया, जो आठ वर्ष पहले यहां आया था। बार हैडेड गीज नाम  का यह पक्षी इसको विभाग द्वारा आठ  वर्ष पहले रिंग डाला गया था।   यह पक्षी  झील के चारों ओर देखे जा सकते हैं। नगरोटा सूरियां तथा  आसपास का कुछ क्षेत्र इन  पक्षियों का  मुख्य स्थान बना हुआ है। सुबह और शाम को सैकड़ों की संख्या में ये प्रवासी पक्षी झील के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं और अपनी सुरीली तरह-तरह की कल हारों तथा तरह-तरह की सुरीली आवाजों से वातावरण को सुशोभित कर रहे हैं। इन प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए हर रोज प्रदेश के हर कोने से विदेशी पर्यटकों के अलावा स्कूलों के बच्चे टूअर पर आ रहे हैं और इस झील की शोभा बढ़ा रहे हैं। इन पक्षियों को  देखने के लिए पर्यटक व स्कूली बच्चे आ रहे हैं, वे उन्हें अपने मोबाइल कैमरों में कैद कर रहे हैं। दिसंबर माह में झील में  प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों की संख्या सैकड़ों में हो जाएगी और इनकी संख्या लाखों में हो जाएगी और  बहुत से वीआईपी लोग मंत्री नेता  भी  इन पक्षियों को देखने के लिए आते हैं। सरकार पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा देने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणा तो कर रही है, लेकिन अभी धरातल पर ऐसा कुछ नहीं है। यदि सरकार यहां पर थोड़ा सा भी विकास करने का प्रयास करे, तो यह झील पर्यटन की दृष्टि पर पहले नंबर पर होगी। हर वर्ष झील में लाखों की संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं।