बच्चों पर तो रहम करो मंत्री जी…!

धर्मपुर स्कूल में सालाना समारोह के लिए शाम छह बजे तक इंतजार करते रहे छात्र

सरकाघाट, टिहरा-स्कूलों के वार्षिक समारोह शाम को छह बजे तक आयोजित करने पर धर्मपुर न्याय मंच ने आपत्ति जताई है। मंच के मुख्य सलाहकार व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह, संयोजक गंगा राम, सह संयोजक कुलदीप ठाकुर, रणताज राणा, संजय ठाकुर, मान सिंह सकलानी, नरेंद्र कुमार, करतार सिंह बट्टू, पवन गुलेरिया, नरेंद्र ठाकुर, रूप चंद आदि ने बताया कि आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने स्कूली छात्रों के वार्षिक समारोहों को राजनीति का मंच बना दिया है और उनका असली मकसद और महत्त्व ही खत्म कर दिया है। एक दिन में सात और आठ समारोह आयोजित करने के लिए स्कूलों को निर्देश दे दिए हैं, जिसके चलते शनिवार को सुबह दस बजे संधोल स्कूल का समारोह 11 बजे कोठवां, 12 बजे मढ़ी, एक बजे तनहेड, दो बजे स्योह तीन बजे सिद्धपुर और चार बजे डीपीएस धर्मपुर का समारोह रखा गया था।  उन्होंने कहा कि लेकिन मंत्री वहां छह बजे शाम को पहुंचे और तब तक अंधेरा हो चुका था। धर्मपुर न्याय मंच के सदस्यों का कहना है कि बच्चों ने इन समारोहों के लिए बड़ी लंबी तैयारी के बाद जो कार्यक्रम तैयार किए होते हैं, वे आयोजित नहीं हो पाते हैं और न ही उनके अभिभावक व अध्यापक इन समारोहों में सही ढंग से भागीदारी कर पाते हैं।  मंत्री ने एक-एक घंटे के अंतराल पर प्रोग्राम का समय निर्धारित किया है ,जिसमें उन्होंने यात्रा भी करनी है।  पुरस्कार वितरण भी करना है, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखने हैं और भाषण भी देना होता है।  धर्मपुर से पहले स्योह और सिद्धपुर के समारोह भी पांच बजे आयोजित किए गए। धर्मपुर न्याय मंच ने  कहा कि इन समारोहों को बच्चों के लिए भूखे-प्यासे रहकर मानसिक तनाव का विषय बना दिया है,  जिसका मंच ने विरोध किया है। धर्मपुर न्याय मंच ने समारोहों को स्कूल समय के भीतर ही आयोजित करने की मांग की है। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 24 दिसंबर को भी मंत्री ने सुबह साढ़े  नौ बजे धर्मपुर के बाद बरोटी, बनेहरडी, हियूंन पेहड, मंडप, मोरला,  सज्याओपिपलु औऱ लोंगनी तक कुल आठ समारोहों के लिए समय दिया है, जो राजनीति चमकाने और बच्चों को परेशान करने का काम है।