बर्फ से लकदक तीर्थन घाटी की चोटियां
गुशैणी – हिमाचल प्रदेश कुल्लू जिला उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी के तीर्थ टॉप समेत जलोड़ी दर्रा, वशलेउ दर्रा लामभरी जोत आदि ऊंचाई वाले इलाकों में देर बुधवार देर रात से ही बारिश और बर्फबारी के दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल में 16 दिसंबर तक मौसम के खराब रहने का अनुमान है। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन भारी बारिश व बर्फबारी के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। पूरे कुल्लू जिला समेत तीर्थन घाटी व आसपास ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले बुधवार देर रात से ही बारिश और बर्फबारी हो रही है। खबर लिखे जाने तक तीर्थन घाटी के जमाला गांव में करीब आधा फुट तक बर्फबारी दर्ज की गई है, जबकि घाटी के उतराई वाले क्षेत्रों में अभी तक बारिश का दौर लगातार जारी है, जिस कारण घाटी के तापमान में भारी गिरावट आई है। समूची तीर्थन घाटी शीतलहर की चपेट में आ चुकी है यदि यही क्रम जारी रहा तो आने वाले दो दिनों में पुरी घाटी बर्फ की सफेद चादर ओढ़ हुए नजर आएगी। तीर्थन घाटी के तीर्थ टॉप समेत आसपास के इलाकों की ऊंचाई वाली चोटियां वशलेउ दर्रा, जलोड़ी दर्रा, सकीर्ण कंडा, देवकांडा, बुंगा, रंगथर थाच और लामभरी जोत की पहाडि़यां बर्फ की सफेद चादर ओढ़े मनमोहक नजारा पेश कर रही है। इस माह में बर्फबारी का होना किसानों बागबानों और पर्यटन कारोबारियों के लिए लाभदायक माना जा रहा है। बर्फबारी से घाटी में पर्यटकों की आमद बढ़ने के आसार बन रहे है। वहीं घाटी में बर्फबारी व शीतलहर की वजह से पहाड़ों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। घाटी के कई इलाकों में सड़क मार्ग, बिजली और जल आपूर्ति के ठप होने का अंदेशा है। कुल्लू से आनी को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग जलोड़ी दर्रा वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया है। घाटी के दूर दराज कई गांव सड़क सुविधा से वंचित हैं। इन इलाकों से आने वाले स्कूली छात्रों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लोगों को सर्दियों के मौसम और बर्फबारी से पहले ही राशन तथा अन्य खाद्य सामग्री बाजार से खरीद कर रखना पड़ता है। सबसे ज्यादा मुश्किल तब होती है, जब ऐसे मौसम में गांव का कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसे चारपाई या पालकी में उठा कर सड़क मार्ग तक पहुंचाना पड़ता है।
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