बाकी डाक्टरों जैसी पगार क्यों नहीं

By: Dec 5th, 2019 12:30 am

आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी संघ ने सरकार से उठाया मुद्दा, वेतन विसंगतियां दूर करने का आग्रह

बिलासपुर –वेतन विसंगतियां दूर करने को लेकर बार-बार आग्रह करने के बावजूद सकारात्मक कार्रवाई न होने से हिमाचल प्रदेश आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी संघ राज्य सरकार से खफा है। संघ का कहना है कि एलोपैथी, वैटरिनरी व डेंटल इत्यादि डाक्टरों के मुकाबले आयुर्वेदिक चिकित्सकों के वेतन-भत्तों में हजारों रुपए का फर्क है। जैसे-जैसे वेतन आयोग आए, तो वैसे ही वेतन भत्तों में भी अंतर होता गया और क्लास वन गजटेड आफिसर का दर्जा होने के बावजूद आयुर्वेदिक चिकित्सक अन्य चिकित्सकों की तुलना में बराबर वित्तीय लाभ से वंचित हो गए। ऐसे में सरकार जल्द से जल्द आयुर्वेदिक चिकित्सकों के वेतन विसंगतियां दूर कर राहत प्रदान करे। आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी संघ के प्रदेश महासचिव अश्विन शर्मा ने बताया कि पूरे प्रदेश भर में 1200 से ज्यादा आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी कार्यरत हैं। कई डिस्पेंसरी ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में हैं, जहां तक पहुंचने के लिए चिकित्सकों को कई किलोमीटर का लंबा फासला तय करना पड़ता है। दूरदराज क्षेत्रों के जिन स्वास्थ्य संस्थानों में दूसरे डाक्टर जाने से कतराते हैं, वहां आयुर्वेद चिकित्सक बेझिझक होकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से कई जनकल्याणकारी कार्यक्रम चलाए गए हैं, जिनमें आयुर्वेदिक चिकित्सक अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस मौके पर संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. विक्रमादित्य, सहसचिव डा. संजय, जिलाध्यक्ष डा. अभिषेक ठाकुर, महासचिव डा. विकास कुमार, कोषाध्यक्ष डा. मंजू और डा. संजीव पठानिया इत्यादि मौजूद रहे।

नए पीजी डाक्टर्ज के लिए बने पॉलिसी

आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी संघ के अनुसार आयुर्वेदिक विभाग में प्रदेश में 295 चिकित्सक ऐसे हैं, जिन्हें आज दिन तक 4-9-14 का लाभ नहीं दिया गया है। हालांकि बार बार सरकार के समक्ष आग्रह कर रहे हैं, लेकिन उस ओर से ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही, जिससे डाक्टरों का मनोबल लगातार गिर रहा है। इस मसले पर गौर किया जाना चाहिए कि आज दिन तक यह वित्तीय लाभ क्यों नहीं दिया गया। इसके अलावा अब जो भी नए डाक्टर आ रहे हैं, वह सभी पीजी हैं। ऐसे में सरकार को नए पीजी डाक्टरों के लिए पीजी पॉलिसी बनानी चाहिए, ताकि उन्हें सभी निर्धारित वित्तीय लाभ मिल सकें।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App