बिलासपुर का नाम व्यासपुर रखने को आवाज हुई बुलंद

बिलासपुर – भाखड़ा विस्थापितों के शहर बिलासपुर का नाम व्यासपुर किए जाने को लेकर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने आवाज बुलंद की है। इस बाबत शनिवार को विभिन्न संस्थाओं का एक प्रतिनधिमंडल समाजसेवी सुशील पुंडीर, कमलेंद्र कश्यप, नरेंद्र पंडित, अजय चंदेल, रितेश मेहता व नवीन शर्मा की अगवाई में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिला। संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को बिलासपुर का नाम व्यासपुर करने के बारे मांगपत्र सौंपा। शिक्षा विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर पद से रिटायर्ड एवं समाजसेवी सुशील पुंडीर ने बताया कि युग पुरुष भगवान विष्णु के अवतार महर्षि वेद व्यास की जन्म भूमि जो लगभग पांच सौ वर्ष पहले तक व्यासपुर था, वर्तमान में परिवर्तित होकर बिलासपुर बन गया है। यह शब्द विलासिता इंगित करता है। उन्होंने बताया कि हिमालय पर्वत की शिवालिक पर्वत श्रृंखला में स्थित महर्षि वेद व्यास की जन्म भूमि व्यासपुर वैदिक काल में घटित बहुत सी ईश्वरीय लीलाओं की साक्षी रही है। इस धरती में जीवन का प्रमाण मिले जीवाश्मों से प्राप्त हुआ है, जिन्हें दो करोड़ से भी ज्यादा वर्ष पुराना आंका गया है तथा घुमारवीं में नौ लाख साल पुराने मानव अवशेष कई बार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि महाभारत युद्ध का मुख्य केंद्र बिंदु व्यासपुर रहा है। इसके बहुत से प्रमाण यहां पर आज भी मौजूद हैं। इसलिए बिलासपुर का नाम व्यासपुर किया जाना चाहिए।